Festivals
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हरतालिका तीज व्रत और पूजन तिथि
हरतालिका तीज (Hartalika Teej) का व्रत पत्नी अपने पति की लंबी आयु के लिए करती है।
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गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
गणेश चतुर्थी को लेकर मान्यता है कि बप्पा भक्तों के सभी दुख दूर करते है और सच्चे मन से मांगी गई मनोकामना को पूरा करते है।
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जानिए इस साल कब मनाया जाएगा कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का हिदू धर्म में एक विशेष महत्व है। यह हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है।
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नागपंचमी पूजन का है विशेष महत्व
नाग पंचमी (Nag Panchami) ऐसा पर्व है जिसमें सांप या नाग को देवता (Nag Devta) मानकर उसकी पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन लोग दिन भर व्रत करते हैं और सांपों को दूध पिलाते हैं।
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सावन महीने का दूसरा सोमवार आज, मंदिरों में लगा भक्तों का ताता
सावन का पावन महीना चल रहा है और आज इस माह का दूसरा सोमवार है। सोमवार भगवान शिव, भोलेनाथ, नीलकंठ, परम पिता परमात्मा आदि नामों से जाने जाने वाले भोले शंकर को बहुत ही प्रिय है। इस दिन पूजा करने से इंसान सभी पापों से मुक्त हो जाता है।
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Hariyali Teej : हरियाली तीज पूजा मुहूर्त और महत्व
श्रावण मास में आने वाली हरियाली तीज का काफी महत्व है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सावन के महीने में इस पर्व को मनाए जाने के कारण इसे हरियाली तीज कहा जाता है
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सावन २०१९ : सावन का पवित्र माह शुरु, शिवलिंग पर भूल कर भी ना चढ़ाए ये चीजे
सावन का महीना भगवान शिव को बेहद ही प्रिय है क्योंकि ये महीना शीतलता प्रदान करता है। हर वो चीज जो शीतलता दे, वो शिव को प्रिय है। सावन इस कारण भी भगवान शिव को प्रिय है क्योंकि इस पूरे महीने में हल्की फुहारें आसमान से बरसती हैं।
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गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
जिंदगी की दिशा को बेहतर बनाने के लिए गौतम बुद्ध के विचारों को समझना बेहद ही जरुरी है। हम सब जानते है कि गौतम बुद्ध द्वारा कहें गए विचार सैकड़ों साल पुराने है लेकिन आज के दौर में ये खरे उतरते हैं।
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जाने भगवान नृसिंह के व्रत, कथा व पूजन विधि का महत्व
भगवान विष्णु के अवतारों में नृसिंह अवतार बहुत अद्धुत है। इसमें उनका आधा शरीर सिंह का और आधा शरीर मनुष्य रुप में है। भगवान का ये अवतार साबित करता है की वे कण-कण में हैं और अपने भक्त की रक्षा के लिए वे कहीं भी कभी भी अवतार ले सकते हैं।
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मोहिनी एकादशी व्रत और उसका महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार धारण करके समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश को राक्षसों से बचाया था। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को इस व्रत को करने की सलाह दी थी।
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अक्षय तृतीया पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भूगतना पड़ सकता है परिणाम
अक्षय तृतीया के दिन दान का विशेष महत्व है, इस दिन लोग दान-धर्म कर पुण्य अर्जित करते हैं, लेकिन दान देते समय सुपात्र के साथ-साथ स्वेच्छा, प्रेमभाव का भी बोध होना चाहिए। वरना सफलता मिलने की बजाय जीवन में नकारात्मकता आने लगती है।
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जाने क्या है अक्षय तृतीया और इसका महत्व
अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीय तिथि को मनाई जाती है। माना जाता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पंचागं देखने की जरूरत नहीं है। अक्षय तृतीया पर किए गए कार्यों का कई गुना फल प्राप्त होता है।