Wednesday, Mar 29, 2023 | Last Update : 04:02 AM IST
हरतालिका तीज का हिन्दू धर्म में एक विशेष महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाए अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है। इस दिन महिलाएं २४ घंटे से भी अधिक समय तक निर्जला व्रत करती हैं। यही नहीं रात के समय महिलाएं जागरण करती हैं और अगले दिन सुबह विधिवत्त पूजा-पाठ करने के बाद ही व्रत खोलती हैं। हरियाली तीज (Hariyali Teej) और कजरी तीज (Kajari Teej) की तरह ही हरतालिका तीज (Hartalika Teej) के दिन भी भगवान शिव - गौरी की पूजा की जाती है।
हरतालिका तीज का त्योहार मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है। कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में इस व्रत को "गौरी हब्बा" (Gowri Habba) के नाम से जाना जाता है। इस साल इस व्रत को लेकर थोड़ा संशय बना हुआ है। कुछ पंचाग १सितंबर तो कुछ महत्वपूर्ण पंचाग २ सितंबर को तीज व्रत बता रहे हैं।
हरतालिका तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त तृतीया तिथि प्रारंभ: ०१ सितंबर २०१९ को सुबह ०८ बजकर २७ मिनट से तृतीया तिथि समाप्त: ०२ सितंबर २०१९ को सुबह ४ बजकर ५७ मिनट तक।
अगर आप ०१ सितंबर को व्रत कर रही हैं तो पूजा का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है: प्रात: काल हरतालिका पूजा मुहूर्त: सुबह ०८ बजकर २७ मिनट से सुबह ०८ बजकर ३५ मिनट तक।
अगर आप ०२ सितंबर को व्रत कर रही हैं तो सूर्योदय होने के बाद दो घंटे के भीतर तीज पूजन कर लें। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सूर्योदय से सुबह ०८ बजकर ५८ मिनट तक है।