Sunday, Nov 24, 2024 | Last Update : 06:22 AM IST
बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान "वायु" भले ही १३ जून को गुजरात के तट से ना टकराया हो लेकिन इसका मतलब यह नहीं की खतरा टल गया है। यह चक्रवात अपनी दिशा बदलने की तैयारी में है और खबर है कि १७ या १८ जून को यह कच्छ के तट से टकरा सकता है। इसकी रफ्तार ५० से ६० किमी प्रति घंटे से लेकर अधिकतम ७० किमी तक रह सकती है।
केंद्रीय भू विज्ञान मंत्रालय व मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात वायु के पीछे मुड़कर आने के संकेत हैं। १७-१८ जून को यह कच्छ के तट से टकरा सकता है। यह चक्रवात पहले की तुलना में प्रबल नहीं बल्कि तीव्र वेग से आएगा। उधर फिलहाल खतरा टला समझकर गुजरात के तटीय जिलों से निकाले गए लाखों लोग वापस अपने घरों को लौटने लगे हैं।
चक्रवात के अगले ४८ घंटों के दौरान पश्चिम की ओर बढ़ने और फिर उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने की संभावना है। मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने बताया, ''वायु के १६ जून को अपना मार्ग बदलने और १७-१८ जून को कच्छ में दस्तक देने की संभावना है। वायु की संभावित वापसी को लेकर गुजरात सरकार को एक फिर से अलर्ट कर दिया गया है।
आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने कहा था कि चक्रवात वायु गुजरात से नहीं टकराएगा. यह वेरवाल, पोरबंदर, द्वारका के नजदीक होते हुए गुजरेगा। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया था कि , 'गुजरात से चक्रवात नहीं टकराएगा. यह वेरावल, पोरबंदर और द्वारका से होकर गुजर जाएगा। इसका असर तटीय क्षेत्रों में देखने को मिल सकता है। इन इलाकों में तेज हवा और भारी बारिश हो सकती है।' वहीं गुजरात में हाईअलर्ट रहेगा, क्योंकि मौसम काफी खराब हो सकता है। प्रशासन ने किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रखी है।
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