Sunday, Dec 22, 2024 | Last Update : 10:22 PM IST
केंद्र सरकार ने देश को एक नई दिशा की ओर ले जाने के लिए संकल्प से सिद्धि नामक योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत प्रमुख आर्थिक और सामाजिक मुद्दों का निराकरण करने की कोशिश की जाएगी। हालांकि इस आयोजन को भारत छोड़ो आन्दोलन की 75वीं वर्षगाँठ के अवसर पर 9 से 30 अगस्त तक पूरे देश में चलाया जाएगा। आजदी के बाद भारत में अब तक बहुत-सी ऐसी बुराईयाँ भारत में व्याप्त हैं जिन्हें दूर करने का संकल्प BJP द्वारा लिया गया है।
इस योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक भारतीय किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही भारत को भ्रष्टाचार मुख्त बनाने की कल्पना की है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के तमाम नागरिकों को आन्दोलन में शामिल होने व हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों के सपने का भारत बनाने के लिए एक आम प्रयास करने का आग्रह किया है। बता दें कि इस योजना के कार्यक्रमों के देखरेख का कार्य किसान कल्याण मंत्रालय को सौंपा गया है। बता दें कि इस योजना को इस वर्ष 578 कृषि विज्ञान केन्द्रों KVK, 29 भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के संस्थान/ राज्य कृषि विश्वविद्यालय और 52 आत्मा संस्थानों में आयोजित किया जा रहा है।
इस योजना के उद्देश -
इस योजना के तहत देश की अर्थव्यवस्था, नागरिकों और समाज में सुधार लाने के लिए देश में कई बदलाव लाने का है।
इस योजना के ततहत कृषि के हित के लिए 7 सूत्री कार्यक्रम को लागु किया जा रहा है जिसके तहत 2022 तक किसानों की आय को दुगुना करने का उद्देश्य है।
संकल्प से सिद्धि योजना के अंतर्गत देश को आतंकवाद, गरीबी, भूख, गन्दगी, सम्प्रदायवाद, जातिवाद को दूर करना है।
इस योजना में शामिल होने वाले राज्य -
केन्द्रीय सरकार की इस योजना में 18 राज्य शामिल है. जो राज्य शामिल हो रहे है उन राज्यों के नाम है - तेलंगाना, गुजरात, अंडमान और निकोबार, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरला, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मणिपुर, हरियाणा, मेघालय और नागालैंड.
कार्यक्रम का आयोजन पूरे भारत में 32 अलग अलग स्थानों पर किया जायेगा.
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