Thursday, Nov 28, 2024 | Last Update : 04:27 PM IST
केंद्रीय सतर्कता आयोग विशिष्ट पहचान संख्या आधार के जरिये गैर-कानूनी कमाई का पता लगाकर भ्रष्ट अधिकारियों की नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। सी.वी.सी ने रविवार को कहा कि विभिन्न प्रकार के वित्तीय लेनदेन तथा संपत्ति सौदों के लिए आधार अनिवार्य है, ऐसे में इसका इस्तेमाल भ्रष्ट अधिकारियों की अवैध कमाई का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
सी.वी.सी को उम्मीद है कि किसी व्यक्ति के स्थायी खाता संख्या (पैन) और आधार कार्ड के जरिए यह जानने में मदद मिल सकती है कि कार्ड धारक द्वारा किया गया वित्तीय सौदा उसकी आमदनी के दायरे में है या नहीं।
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के.वी चौधरी ने रविवार को कहा कि हमने अवधारणा पत्र तैयार किया है। इसकी सहायता से भ्रष्टाचारियों व अचल संपत्ती रखने वालों को पकड़ा जा सकता है। साथ ही उन्होने कहा कि आधार का इस्तेमाल कर आवश्यक जानकारी जुटा्ई जा सकती है।
चौधरी ने कहा कि अचल संपत्तियों और शेयरों से संबंधित वित्तीय लेनदेन के आंकड़े आयकर विभाग प्राधिकरण, पंजीकरण विभागों या वित्तीय आसूचना इकाई (एफ.आई.यू) तथा अन्य सरकारी एजेंसियों के कार्यक्षेत्र में उपलब्ध हैं
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