Sunday, Jan 19, 2025 | Last Update : 11:30 PM IST
१५ अगस्त १९४७ का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है , हर वर्ष १५ अगस्त भारत के स्वंत्रता दिवसके रूप में मनाया जाता है। भारत ने सन् 1947 में इसी दिन ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। इस दिन को भारत का राष्ट्रीय त्यौहारके रूप में मनाया जाता हैं । हर वर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फैलाया करते हैं।
१५ अगस्त १९४७ के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने,दिल्ली में लाल किले के लाहौर गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। इस ही सुनहरे दिन ही हमारा देश अंग्रेजो की दासता से आजाद हुआ था| भारत के सभी धर्मो के लोग इस पर्व को ख़ुशी-ख़ुशी मनाते हैं|
इस आजादी के लिए देश के बहुत लोगों ने बलिदान दिया | आजादी के लिए भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंदरशेखर आजाद, सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय आदि कितने ही क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी | महात्मा गांधी ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया | आजादी के लिए इन लोगों ने अंग्रेजों के बहुत जुल्म सहे ,नौजवान आजादी के लिए हँसते हँसते फांसी पर चढ़ गये | हम इन लोगों के महान बलिदान को कभी नहीं भुला सकते हैं| महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लोगों ने काफी हद तक अहिंसक प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा आंदोलनों में हिस्सा लिया।
पूरे भारत में अनूठे समर्पण और अपार देशभक्ति की भावना के साथ स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाया जाता है।
स्वतंत्रता दिवससे पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति दवारा "राष्ट्र को संबोधन" दिया जाता है और अगले दिन इसके बाद दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है। राज्य स्तरों पर हम विशेष स्वतंत्रता दिवस समारोह देखते हैं, जिसमें झण्डा आरोहण समारोह, सलामी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हैं। छोटे पैमाने पर शैक्षिक संस्थानों में, आवासीय संघों में, सांस्कृतिक केन्द्रों तथा राजनैतिक सभाओं में भी इनका आयोजन किया जाता है।
१५ अगस्त जो स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है और दिल्ली और गुजरात में दिन लोग पतंगें उड़ाते देखें जाते हैं। हजारों रंग बिरंगी पतंगें आसमान में देखी जा सकती हैं, ये चमकदार पतंगें इस अवसर के आयोजन का अपना विशेष तरीका है।
इस दिन को झंडा फहराने के समारोह, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। भारतीय इस दिन अपनी पोशाक, सामान, घरों और वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित कर इस उत्सव को मनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ देशभक्ति फिल्में देखते हैं, देशभक्ति के गीत सुनते हैं|
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