Saturday, Dec 28, 2024 | Last Update : 06:43 AM IST
हनुमान जयन्ती के मौके पर देश भर में आज श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है।इस दिन भक्त गण हनुमान जी की उपासना कर विधीपूर्व वर्त रखते है। शास्त्रों के मुताबिक हनुमान जी की पूजा करने से राहु और शनि दोष खत्म हो जाते हैं। मान्यता है कि कलियुग में हनुमान जी की आराधन सर्वोपरि है। हनुमान जी को सभी देवों में सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाला माना जाता है।
पवनपुत्र हनुमान जी को भगवान श्रीराम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता हैं। इस लिए हनुमान जयन्ती के दिन हनुमान जी की उपासना करने के साथ साथ रामायण व सुंदर काठ पढ़ा जाता है।
इस दिन को लेकर ये है मान्यता -
हनुमानजी के बारे में कथा है कि वह अंजनी के उदर से उत्पन्न हुए। उनको एक दिन भूख लगी तो आकाश में उग रहे सूरज को खाने के लिए पहुंच गए। पर्व तिथि होने के कारण सूर्य को खाने के लिए राहु आया हुआ था, लेकिन हनुमान जी को देखकर वह भाग गया। तब इन्द्रदेव ने अंजनीपुत्र पर वज्र का प्रहार किया। इससे उनकी ठोड़ी टेढ़ी हो गई, जिसके कारण उनका नाम हनुमान पड़ा। जिस दिन हनुमान जी का जन्म हुआ वह दिन चैत्र मास की पूर्णिमा था। यही कारण है कि आज के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा-आराधना की जाती है तथा व्रत किया जाता है। साथ ही मूर्ति पर सिन्दूर चढ़ाकर हनुमान जी का विशेष श्रृंगार भी किया है।
पूजा करने का मुहूर्त -
हनुमान जयंती का शुभ मुहूर्त 30 मार्च, 2018 को शाम 7 बजकर 35 मिनट 30 सेकेंड से 31 मार्च, 2018 शाम 6 बजकर 6 मिनट 40 सेकेंड तक है।
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