Thursday, Dec 26, 2024 | Last Update : 06:18 PM IST
भौतिकी के क्षेत्र में योगदान के लिए इस वर्ष तीन वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश अकादमी ऑफ साइंसेज ने भौतिकी के क्षेत्र में नई तकनीक की खोज के लिए अमेरिका के आर्थर एश्किन, फ्रांस के गेरार्ड मोरो और कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड के नाम का एलान किया है।
अमेरिका के एश्किन (96) का नाम ‘ऑप्टिकल ट्वीजर्स’ के शोध के लिए चुना गया है। इन्होने लेजर बीम से पार्टिकल्स, अणु, वायरस और कोशिकाओं को पकड़ने वाली तकनीक की खोज की है। इस पुरस्कार के लिए चयनित होने के बाद एश्किन, ने कहा, 'मैं इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को पाकर सम्मानित और आह्लादित महसूस कर रहा हूं। वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा पाने का तरीका केवल ज्ञान की सीमाओं का विस्तार करना है। मैंने कभी कैंसर के अध्ययन की शुरूआत नहीं की थी, बल्कि टी कोशिकाओं (टी लिंफोसाइट) के जीवविज्ञान को समझने पर ध्यान केंद्रित किया था, जो कोशिकाएं हमारे शरीर में पहुंचकर हमें सुरक्षित करने का काम करती हैं।'
इनके साथ ही दो और वैज्ञानिकों को ये सम्मान दिया जाएगा। इनमें फ्रांस के गेरार्ड मोरो और कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड ने सबसे छोटी और तीव्र लेजर तरंगों की खोज की है, जिसका इस्तेमाल आंखों की सर्जरी में किया जा रहा है।
कनाडा में फिजिक्स का नोबेल जीतने वाली तीसरी महिला बनी डोना स्ट्रिकलैंड -
कनाडा की ओंटारियो यूनिवर्सिटी में रिसर्चर स्ट्रिकलैंड 55 साल बाद फिजिक्स में नोबेल पाने वाली महिला हैं। इनसे पहले यह अवॉर्ड 1963 में न्यूक्लियर स्ट्रक्चर पर खोज करने वाली मारिया मेयर को मिला था। स्ट्रिकलैंड इतिहास में फिजिक्स का नोबेल जीतने वाली तीसरी महिला भी हैं। भौतिकी का पहला नोबेल पाने वाली पहली महिला मैरी क्यूरी थीं।
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