Friday, Nov 22, 2024 | Last Update : 05:36 PM IST
छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी महाराजका का जन्म 19 फरवरी, 1630 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। शिवाजी महाराज की माता शाहजी भोंसले थी।
शिवाजी महराज सभी कलाओ में माहिर थे, उन्होंने बचपन में राजनीति एवं युद्ध की शिक्षा ली थी। उनके पिता अप्रतिम शूरवीर थे। शिवाजी महाराज के चरित्र पर माता-पिता का बहुत प्रभाव पड़ा। बचपन से ही वे उस युग के वातावरण और घटनाओं को समझने लगे थे।
शिवाजी माता बहुत धार्मिक प्रवर्ति की थी , जिनका प्रभाव भी शिवाजी पर पढ़ा | माता जीजाबाई बचपन में शिवानी को वीरता की कहानिया सुनाया करती , जिसका प्रब्भाव शिवाजी पर पढ़ | शिवाजी के गुरु थे स्वामी रामदास जिन्होंने शिवाजी की निर्भीकता , अन्याय से जूझने की सामर्थ्य और संगठनात्मक योगदान का विकास किया | शिवाजी बचपन से ही निडर व शूरवीर थे।
शिवाजी महाराज ने महाराष्ट्र में हिंदू राज्य की स्थापना की -
शिवाजी महाराज को हिंदुत्व का बहुत ज्ञान था, उन्होंने पूरे जीवन में हिंदू धर्म को दिल से माना और हिंदुओं के लिए बहुत से कार्य किए। शिवाजी सभी धर्मों का सम्मान करते थे। महाराष्ट्र में हिंदू राज्य की स्थापना शिवाजी महाराज ने 1674 में की जिसके बाद उन्होंने अपना राज्याभिषेक कराया। छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक काशी के पंडितों ने किया। यहीं पर उन्हें छत्रपति की उपाधि से सम्मानित किया गया। इसके 12 दिन के बाद उनकी माता जीजाबाई का देहांत हो गया जिससे शिवाजी महाराज ने शोक मनाया और कुछ समय बाद फिर से अपना राज्याभिषेक कराया।
सैन्य रणनीतिकार -
शिवाजी महाराज ने इसके बाद अपने नाम का सिक्का भी चलाया। शिवाजी महाराज बहुत दयालु राजा थे। वह जबरदस्ती किसी से टैक्स नहीं लेते थे। उन्होंने बच्चों, ब्राह्मणों व औरतों के लिए बहुत कार्य किए। बहुत-सी प्रथाओं को बंद किया। उस समय मुगल हिंदुओं पर बहुत अत्याचार करते थे, जबरदस्ती इस्लाम धर्म अपनाने को बोलते थे, ऐसे समय में शिवाजी महाराज मसीहा बनकर आए थे। शिवाजी महाराज ने एक मजबूत नेवी की स्थापना की थी जो समुद्र के अंदर भी तैनात होती और दुश्मनों से रक्षा करती थी।
उन्होंने मात्र 18 साल की उम्र में मराठा सेना बनाकर स्वत्रंत मराठा राज्य बनाना प्रारम्भ कर दिया| शिवाजी ने अपने 2000 हजार सैनिको संख्या को धीरे धीरे बढ़ाकर 10000 हजार कर लिया था। शिवाजी ने अलग मराठा राज्य बनाने के उद्देश्य से आस पास के छोटे छोटे राज्यो पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और उन्हें जीत लिया | शिवाजी ने पुणे के आस पास के कई किलो को जीत लिया और नए किलों का निर्माण भी कराया |
बिगड़ती तबियत के कारण 3 अप्रैल 1680 को मात्र 50 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई। उनके मरने के बाद भी उनके वफादारों ने उनके साम्राज्य को संभाले रखा और मुगलों अंग्रेजों से उनकी लड़ाई जारी रही।
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