Sunday, Dec 22, 2024 | Last Update : 05:50 PM IST
नास्त्रेदमस एक महान फ्रेंच भविष्यवक्ता के साथ साथ डॉक्टर और शिक्षक भी थे। ये प्लेग जैसी बिमारियों का इलाज करते थे। इनका जन्म 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस के छोटे से गांव सेंट रेमी में हुआ था। युवावस्थ से उन्होंने भविष्यवाणियां करनी शुरु की थी। 550 में नास्त्रेदमस ने अपना खुद का पंचाग भी निकालना शुरू कर दिया था, जिसमें ग्रहों की स्थिति, मौसम और फसलों के बारे में पूर्वानुमान होते थे। उनमें से ज्यादातर सच निकलते थे।
उन्होंने अपनी मशहूर किताब ‘द प्रोफेसीज’ में 950 भविष्यवाणियों का उल्लेख किया है। उनकी अधिकतर भविष्यवाणियां उनके द्वारा लिखी कविताओं और कोड में छिपी होती थीं। एक घटना तो ऐसी थी कि जिससे पूरे यूरोप महाद्वीप में सनसनी फैल गई। एक बार वे अपने दोस्त के साथ इटली की सड़कों पर घूम रहे थे। तभी उन्होंने एक युवक को भीड़ में देखा। जब युवक पास आया तो उन्होंने उसे सिर झुकाकर अभिवादन किया। दोस्त ने हैरान होते हुए इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति आगे चलकर पोप का आसन ग्रहण करेगा। वह व्यक्ति फेलिस पेरेसी थे, जो 1585 में पोप चुने गए।
उन्हें अपनी मौत का भी आभास हो गया था। यहां तक कि उन्होंने कहा था कि उनकी मौत के 225 साल बाद कुछ समाज विरोधी तत्व उनकी कब्र खोदने और अवशेषों को निकालने का प्रयास करेंगे, लेकिन उनकी तुरंत मौत हो जाएगी। वास्तव में ऐसा ही हुआ। फ्रांसीसी क्रांति के बाद 1791 में तीन लोगों ने उनकी कब्र खोदनी चाही, लेकिन उनकी वहीं मौत हो गई। बता दें कि नास्त्रेदमस की सन् 1566 में नास्त्रेदमस की मृत्यु हुई थी।
ऐसा कहा जाता है कि उन्हें अपनी मौत का भी आबास हो गया था। कुछ रिसर्चरों के मुताबिक, नास्त्रेदमस ने अपनी मौत के बारे में भी बिल्कुल सटीक भविष्यवाणी कर दी थी। उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा था, मैं बेंच और बिस्तर के नजदीक मृत पाया जाऊंगा। उन्होंने अपनी मौत से ठीक एक रात पहले यह भी बता दिया था कि वह अगली रात जिंदा नहीं होंगे। नास्त्रेदमस अगली सुबह अपने बेडरूम में अपनी टेबल पर मृत पाए गए थे। बता दें कि नास्त्रेदमस की सन् 1566 में हुई थी। इस तरह उनकी अपनी ही मौत के बारे में की गई भविष्यवाणी सच साबित हुई थी।
उन्होने अपनी मौत को लेकर एक और भविष्यवाणी की थी जिसमें इस बात की पुष्टी की गई थी की उनकी मौत के 225 साल बाद कुछ समाज विरोधी तत्व उनकी कब्र खोदने और अवशेषों को निकालने का प्रयास करेंगे, लेकिन उनकी तुरंत मौत हो जाएगी। वास्तव में ऐसा ही हुआ। फ्रांसीसी क्रांति के बाद 1791 में तीन लोगों ने उनकी कब्र खोदनी चाही, लेकिन उनकी वहीं मौत हो गई। बता दें कि नास्त्रेदमस की सन् 1566 में नास्त्रेदमस की मृत्यु हुई थी।
नास्त्रेदमस में 2016 में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी जो भविष्वाणी की थी उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के बारे में नास्त्रेदमस ने जो कुछ भी सांकेतिक तौर पर कहा था, वह सटीक साबित हुआ है।
मशहूर फ्रेंच भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने भारते के बारे में ये भविष्यवाणी की थी कि वर्ष 2014 से 2026 तक भारत का प्रतिनिधित्व एक ऐसा व्यक्ति करेगा जिसे शुरुआत में लोग बहुत ही नफरत करेंगे लेकिन बाद में जनता और बाकी सभी लोग उसे उतना प्यार देंगे कि वह अगले 20 साल तक भारत का प्रधानमंत्री रहेगा। बहरहाल नास्त्रेदमस द्वारा की गई ये भविष्यवाणी कितनी सच होती है ये तो आने वाला वक्त बतायेगा।
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