Monday, Dec 23, 2024 | Last Update : 07:52 AM IST
मुंबई महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है इसकी लगभग जनसख्या ३ से ४ करोड़ के लगभग है, मुंबई का गठन छोटे-छोटे दीपो को मिला क्र हुआ है इसका गठन लावा निर्मित सात छोटे-छोटे द्वीपों द्वारा हुआ है एवं यह पुल द्वारा प्रमुख भू-खंड के साथ जुड़ा हुआ है। मुम्बई भारत का सबसे अधिक आबादी वाला शहर है | सन 2011 की जनसंख्या 20.7 मिलियन के करीब थी |
मुंबई नाम दो शब्दों से मिलकर बना है, मुंबा या महा-अंबा – हिन्दू देवी दुर्गा का रूप, जिनका नाम मुंबा देवी है और आई,"मां "को मराठी में कहते हैं।
जब पुर्तगाली लोग मुंबई में आये,तो उन्होंने इसे कई नामों से पुकारा, जिसमे अन्ततः बॉम्बे नाम लिखित में लिया। यह नाम अभी भी पुर्तगाली प्रयोग में है। सत्रहवीं शताब्दी में, ब्रिटिश लोगों ने यहां अधिकार करने के बाद, इसके पूर्व नाम का आंग्लीकरण किया, जो बॉम्बे बना किन्तु मराठी लोग इसे मुंबई या मंबई व हिन्दी व भाषी लोग इसे बम्बई ही बुलाते रहे। सन १९९५ में इसका नाम आधिकारिक रूप से मुंबई बना।
१५३४ में, पुर्तगालियों ने गुजरात के बहादुर शाह से यह द्वीप समूह हथिया लिया। जो कि बाद में चार्ल्स द्वितीय, इंग्लैंड को दहेज स्वरूप दे दिये गये। चार्ल्स का विवाह कैथरीन डे बर्गैन्ज़ा से हुआ था। यह द्वीपसमूह १६६८ में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को मात्र दस पाउण्ड प्रति वर्ष की दर पर पट्टे पर दे दिये गये। कंपनी को द्वीप के पूर्वी छोर पर गहराहार्बर मिला, जो कि उपमहाद्वीप में प्रथम पत्तन स्थपना करने के लिये अत्योत्तम था। यहां की जनसंख्या १६६१ की मात्र दस हजार थी, जो १६७५ में बढ़कर साठ हजार हो गयी। १६८७ में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने अपने मुख्यालय सूरत से स्थानांतरित कर यहां मुंबई में स्थापित किये और अंततः नगर बंबई प्रेसीडेंसी का मुख्यालय बन गया।
मुम्बई बन्दरगाह भारतवर्ष का सर्वश्रेष्ठ सामुद्रिक बन्दरगाह है। मुम्बई का तट कटा-फटा है जिसके कारण इसका पोताश्रय प्राकृतिक एवं सुरक्षित है। यूरोप,अमेरिका, अफ़्रीका आदि पश्चिमी देशों से जलमार्ग या वायुमार्ग से आनेवाले जहाज यात्री एवं पर्यटक सर्वप्रथम मुम्बई ही आते हैं इसलिए मुम्बई को भारत का प्रवेश द्वार कहा जाता है। मुंबई का नाम 1 एम्बर और बॉम्बे के रूप में भी जाना जाता है|
मुंबई भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है और एक गहरी प्राकृतिक बंदरगाह है। 2008 में, मुंबई को अल्फा विश्व शहर का नाम दिया गया था। यह भारत का सबसे धनी शहर है|
प्रमुख सड़कों और रेलवे के निर्माण के साथ-साथ, 1845 में पूरा किया गया सुधार परियोजना, अरब सागर पर बंबई को एक प्रमुख बंदरगाह बना दिया। 19वीं शताब्दी में बॉम्बे की आर्थिक और शैक्षिक विकास की विशेषता थी। शुरुआती 20 वीं शताब्दी के दौरान यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के लिए एक मजबूत आधार बन गया।
1947 में भारत की आजादी के बाद शहर को बॉम्बे राज्य में शामिल किया गया था।
शहर में भारतीय रिजर्व बैंक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज, सेबी और कई भारतीय कंपनियों और बहुराष्ट्रीय निगमों के कॉर्पोरेट मुख्यालय जैसे महत्वपूर्ण वित्तीय संस्थान हैं।
यह बीएआरसी, एनपीसीएल, आईआरईएल, टीआईएफआर, एईआरबी, एईसीआई और परमाणु ऊर्जा विभाग जैसे कुछ प्रमुख वैज्ञानिक और परमाणु संस्थानों का भी घर है। शहर में भारत की हिंदी (बॉलीवुड) और मराठी फिल्म और टेलीविजन उद्योग भी हैं। मुंबई के व्यापार के अवसर, साथ ही साथ उच्च स्तर के जीवन जीने की क्षमता, पूरे भारत से प्रवासियों को आकर्षित करती है, जिससे शहर में कई समुदायों और संस्कृतियों का पिघलने वाला बर्तन बन जाता है।
मुंबई के अधिकांश निवासी अपने आवास व कार्याक्षेत्र के बीच आवागमन के लिए कोल यातायात पर निर्भर हैं। मुंबई के यातायात में मुंबई उपनगरीय रेलवे, बी ई एस टी (बेस्ट) की बसें, टैक्सी ऑटोरिक्शा, फेरी सेवा आतीं हैं। यह शहर भारतीय रेल के दो मंडलों का मुख्यालय है, मध्य रेलवे (सेंट्रल रेलवे), जिसका मुख्यालय छत्रपति शिवाजी टर्मिनस है, एवं पश्चिम रेलवे, जिसका मुख्यालय चर्चगेट के निकट स्थित है |
मुंबई भारत के अन्य भागों से भारतीय रेल द्वारा व्यवस्थित ढंग से जुड़ा है। रेलगाड़ियां छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, दादर, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, मुंबई सेंट्रल, बांद्रा टर्मिनस एवं अंधेरी से आरंभ या समाप्त होती हैं। मुंबई उपनगरीय रेल प्रणाली 6.3 मिलियन यात्रियों को प्रतिदिन लाती ले जाती है।
बी ई एस टी बस बी ई एस टी द्वारा चालित बसें, लगभग नगर के हरेक भाग को यातायात उपलब्ध करातीं हैं। साथ ही नवी मुंबई एवं ठाणे के भी भाग तक जातीं हैं। बसें छोटी से मध्यम दूरी तक के सफर के लिए प्रयोगनीय हैं, जबकि ट्रेनें लम्बी दूरियों के लिए सस्ता यातायात उपलब्ध करातीं हैं।
मुंबई का छत्रपति शिवाजी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (पूर्व सहर अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र) दक्षिण एशिया का व्यस्ततम हवाई अड्डा है। जूहू विमानक्षेत्र भारत का प्रथम विमानक्षेत्र है, जिसमें फ्लाइंग क्लब व एक हैलीपोर्ट भी हैं। मुंबई में देश के 25% अन्तर्देशीय व 38% अन्तर्राष्ट्रीय यात्री यातायात सम्पन्न होता है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण, मुंबई में विश्व के सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक पत्तन उपलब्ध हैं। यहां से ही देश के यात्री व कार्गो का 50% आवागमन होता है। यह भारतीय नौसेना का एक महत्वपूर्ण बेस भी है, क्योंकि यहां पश्चिमी नौसैनिक कमान भी स्थित है। फैरी भी द्वीपों आदि के लिए उपलब्ध हैं, जो कि द्वीपों व तटीय स्थलों पर जाने का एक सस्ता जरिया हैं।
आर्थिक कंपनियों के उभरते सितारे, ऐयरोस्पेस, ऑप्टिकल इंजीनियरिंग, सभी प्रकार के कम्प्यूटर एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जलपोत उद्योग तथा पुनर्नवीनीकृत ऊर्जा स्रोत तथा शक्ति-उद्योग यहां अपना अलग स्थान रखते हैं।
भारत के कई बड़े उद्योग (भारतीय स्टेट बैंक, टाटा ग्रुप, गोदरेज एवं रिलायंस सहित) तथा चार फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनियां भी मुंबई में स्थित हैं। कई विदेशी बैंक तथा संस्थानों की भी शाखाएं यहां के विश्व व्यापार केंद्र क्षेत्र में स्थित हैं |
कांदिवली के निकट उत्तरी मुंबई में मिले प्राचीन अवशेष संकेत करते हैं, कि यह द्वीप समूह पाषाण युग से बसा हुआ है। मानव आबादी के लिखित प्रमाण २५० ई.पू तक मिलते हैँ, जब इसे हैप्टानेसिया कहा जाता था। तीसरी शताब्दी में ये द्वीपसमूह मौर्य साम्राज्य का भाग बने, जब बौद्ध सम्राट अशोक महान का शासन था। कुछ शुरुआती शताब्दियों में मुंबई का नियंत्रण सातवाहन साम्राज्य व इंडो-साइथियन वैस्टर्न सैट्रैप के बीच विवादित है। बाद में हिन्दू सिल्हारा वंश के राजाओं ने यहां १३४३ तक राज्य किया, जब तक कि गुजरात के राजा ने उन पर अधिकार नहीं कर लिया। कुछ पुरातन नमूने, जैसे ऐलीफैंटा गुफाएं व बालकेश्वर मंदिर में इस काल के मिलते हैं।
गेटवे ऑफ इंडिया को २ दिसम्बर,१९११ को भारत में सम्राट जॉर्ज पंचम व महारानी मैरी के आगमन पर स्वागत हेतु बनाया गया, जो कि ४ दिसम्बर,१९२४ को पूरा हुआ |
महाराष्ट्र का भोजन महाराष्ट्रीयन है। वडा पाव को मुंबई में सबसे लोकप्रिय भोजन के रूप में जाना जाता है। मुंबई में मौजूद अन्य खाद्य पदार्थों में पाणिपुरी, भेलपुरी, सेवपुरी , दहिपुरी, सैंडविच, रागा-पेटीस, पाव भाजी, चीनी भेल, इडली और डोसा शामिल हैं, ये सभी शाकाहारी हैं। गैर-शाकाहारी में आमलेट-पाव, कबाब और मछली की अलग-अलग प्रकार के व्यंजन है अन्य लोकप्रिय सड़क खाद्य पदार्थों में मिसल पाव भी बहुत प्रसिद्ध है|
मुंबई का प्रसिद्ध त्योहार गणेश चतुर्थी है इसके आलावा गुढीपाडव, अक्षयत्रित्यै , नारीयाल पूर्णिमा, डांडिया,पारसी नया साल, बांद्रा पर्व, दीवाली तथा अन्य त्यौहार भी बहुत धूम-धाम से मनाये जाते है |
मुंबई की प्रसिद्ध जगहे गेटवे ऑफ़ इंडिया, जुहू-चौपाटी, मरीन ड्राइव, सिद्धिविनायक मंदिर, बाबुलनाथमन्दिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, बैंडस्टैंड, हैंगिंग गार्डन, एलीफैंटा केव्स, कैनवेरी केव्स, हरे कृष्णा मंदिर, हाजीअली , वर्ली सी लिंक, एस्सेल वर्ल्ड, गिरगाम चौपाटी, तारापोरवाला एक्वेरियम,मुम्बादेवी मंदिर, नेहरू साइंस सेण्टर, जिजामाता उद्यान |
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