Sunday, Dec 22, 2024 | Last Update : 02:15 PM IST
अक्षरधाम या स्वामीनारायण अक्षरधाम एक समयतीत सर्जन है जो भारतीये संस्कृति के ज्योतिधर भगवान श्री स्वामीनारायण(सं १७८१-१८३० ) की पुण्य समृति में रचा गया है यह विशाल परिसर १०० एकड़ भूमि में फैला हुआ है| महर्षि वास्तु आर्किटेक्चर के मानकों के अनुरूप बनाया गया है, इसमें भारत भर में वास्तुकला शैलियों का मिश्रण है। यह पूरी तरह से राजस्थानी गुलाबी बलुआ पत्थर और इतालवी कैरारा संगमरमर से बनाया गया है। मंदिर में २३४ कुख्यात नक्काशीदार खंभे, ९ गुंबद और साधुओं, भक्तों और आचार्यों के २०,००० मुर्गी शामिल हैं।
मंदिर के केंद्रीय गुंबद के तहत अभयमुद्रा में बैठे स्वामीनारायण के ११ फुट (३ .४ मी) उच्च मूर्ति है। मंदिर में सीता राम, राधा कृष्ण, शिव पार्वती और लक्ष्मी नारायण एस के मूर्तियां भी हैं|
नारायण सरोवर :- पवित्र मानसरोवर से लेकर १५१ तीर्थो और नदियों के पवित्र जलसिंचन से यह नारायण सरोवर परम पवित्र तीर्थ बना है |जलतीर्थ के चारो ओर १०८ गौ मुख से बहती पवित्र जलधरायै भगवान के पावनकारी १०८ नामो का प्रतिक है |
अभिषेक मण्डपम :- शुभकामनाओ एवं प्राथनाओ के साथ दर्शक श्री नीलकंठ ब्रह्मचारी की मूर्ति पर गंगाजल से विधिपूर्वक अभिषेक क्र धन्यता का अनुभव करता है |
परिकर्मा :- लाल पथरो में से निर्मित १५५ चतुकोडं शिखरों ११५२ स्तभ्भों और १४५ झरोखों से युक्त दो मंजलि परिकर्मा अक्षरधाम की चारो और पुष्प माला की तरह शोभायमान है |
योगी हर्दय कमल :- मनोहारी ढलान पर छायी हरी घास के मध्य में यह एक विशाल अस्ट दल कमल है पवित्र भावनाओं का | विश्व के महापुरषो और धर्मशास्त्रों ने भगवान और मानव में दर्शाया हुआ असीम विश्वास यहाँ शिलालेखों में प्रस्तुत है |
प्रेमवती आहारगृह :- अजंता की अदभुत कलसृस्टी वातावरण में विशाल प्रेमवती आहारगृह शुद्ध और ताजा भोजन एवं मधुर जलपान की सुविधा प्रधान करता है |
अक्षरधाम हाट : - विविध भाषाओं में संस्कार प्रेरक धार्मिक साहित्य , भक्तिभाव प्रकटे ऑडियो -वीडियो प्रकाशन ,व्यूकार्ड़स ,की भेट देने योग्य स्मृतिचिह्न अमृत हर्बल ओशधिया तथा पूजा सामग्री इत्यादि आप यहाँ से खरीद सकते है |
नीलकंठ दर्शन [थियेटर] : थियेटर दिल्ली की पहली और एकमात्र बड़ी प्रारूप स्क्रीन है, जो ८५ फुट (२६ मीटर) को६५ फुट (२० मीटर) तक मापता है। थियेटर ४० मिनट की एक फिल्म को विशेष रूप से जटिल, नीलकंठ यात्रा के लिए कमीशन के लिए दिखाता है, ताकि पूरे भारत में अपने किशोरवयी वर्षों के दौरान स्वामीनारायण द्वारा बनाई गई सात वर्ष की तीर्थ यात्रा का विवरण दिया जा सके।
भारत उपवन सांस्कृतिक उद्यान :- अक्षरधाम के समक्ष २२ एकड़ में फैले भारत उपवन में उच्ची हरी ६ के बीच वृक्षों और पुष्प पौधो का कलात्मक अभियोजन किया गया है | यहाँ दोनों और भारत के महान व्यक्तित्त्वों के ८ फुट उचे ६४ कास्याशिल्प राष्ट्रीय गौरव की अनुभूति कराते है |
संगीत फव्वारे: जिन्हें यज्ञापुरुश कुंड भी कहा जाता है, इसमें परंपरागत 'यज्ञ कुंड' के लिए बहुत बड़ी श्रृंखलाएं शामिल हैं। दिन के दौरान, ये कदम परिसर के लिए आगंतुकों के लिए आराम प्रदान करते हैं और रात में, जीवन के चक्र का प्रतिनिधित्व करने वाला एक संगीत फव्वारा शो है |
संस्कृति विहार :- नाव की सवारी वैदिक भारत में जीवन को चित्रित करने के लिए जीवन आकार के आंकड़े और रोबोटिक्स का उपयोग करते हुए, 10,000 वर्ष की महिमामय विरासत के माध्यम से 15 मिनट की यात्रा है, पारिवारिक जीवन से लेकर बाजार तक और शिक्षण। यह वैदिक भारतीयों के योगदान को विज्ञान, खगोल विज्ञान, कला, साहित्य, योग, गणित आदि जैसे गणितज्ञों-खगोलविदों आर्यभट्ट और ब्रह्मगुप्त, व्याकरण पाणिनी, प्राचीन कला और आयुर्वेद के विज्ञान के लिए योगदानकर्ताओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में योगदान से पता चलता है।
मंदिर का पता:
नोएडा मोड़, पांडव नगर,
नई दिल्ली,
दिल्ली ११००९२
फोन: ०११ - ४३४४२३४४
समीप मेट्रो स्टेशन: अक्षरधाम
मंदिर का समय: मगलवार से रविवार सुबह ९:३० से सांयकाल ६:३० | हर सोमवार बंद रहता है |
प्रदर्शनी टिकट: १० बजे से ५ बजे तक
...फोटोग्राफ़ी: अनुमति नहीं है
मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स: नहीं
अनुमति (क्लोकरूम उपलब्ध है)