Thursday, Nov 28, 2024 | Last Update : 02:02 PM IST
एक बार फिर से ताजमहल सुर्खियों में है इस बार ताजमहल पर मालिकाना हक को लेकर जंग छिड़ी है। उत्तर प्रदेश में सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में ताजमहल पर मालिकाना हक जताते हुए ये दावा किया है कि खुद मुगल बादशाह शाहजहां ने बोर्ड के पक्ष में वक्फनामा किया था। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड को मुगल बादशाह शाहजहां के दस्तखत वाले दस्तावेज दिखाने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट का यह बयान ASI की याचिका पर सुनवाई के दौरान आया है। याचिका में ASI ने 2005 के उत्तर प्रदेश सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के फ़ैसले को चुनौती दी है, जिसमें बोर्ड ने ताजमहल को वक़्फ़ बोर्ड के संपत्ति घोषित कर दिया था। कोर्ट ने संक्षिप्त सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि मुगलकाल का अंत होने के साथ ही ताजमहल समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतें अंग्रेजों को हस्तांतरित हो गई थी। आजादी के बाद से यह स्मारक सरकार के पास है और एएसआई इसकी देखभाल कर रहा है।
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