Sunday, Nov 24, 2024 | Last Update : 04:47 PM IST
सुप्रीम कोर्ट ने तेज बहादुर यादव की शिकायत पर सुनवाई करते हुए चुनाव आयोग को निर्देश दिया है कि वे तेज बहादुर की शिकायत के हर बिंदू पर गौर करे और गुरुवार तक कोर्ट में जवाब दें। बता दें कि तेज बहादुर यादव को सपा ने वाराणसी लोकसभा सीट से टिकट दिया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके नामांकन को रद्द कर दिया था। आयोग की इसी शिकायत को लेकर तेज बहादुर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।
तेज बहादुर ने अपनी याचिका में कहा है कि आयोग का निर्णय भेदभावपूर्ण और अतार्किक है और इसे खारिज किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं तेज बहादुर यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया था कि उसने चुनाव लड़ने से रोकने के लिए तानाशाही कदम का सहारा लिया। उन्होंने कहा था, “मेरा नामांकन खारिज कर दिया गया जबकि मैंने बीएसएफ से एनओसी जमा किया था जिसे आरओ ने जमा करने को कहा था।
वहीं आयोग के मुताबिक तेज बहादुर ने चुनाव आयोग के सामने दो हलाफनामे पेश किये थे, जिनमें उन्होंने बीएसएफ से बर्खास्त किये जाने के दो अलग-अलग कारण बताए थे। अपने नामांकन में बर्खास्तगी को लेकर दो अलग-अलग कारणों के वजह से तेज बहादुर को अपनी उम्मीदवारी गंवानी पड़ी थी।
गौरतलब है कि तेज बहादुर यादव ने सीमा सुरक्षा बल में अपने ड्यूटी पर तैनाती के दौरान जवानों को मिलने वाले खाने की एक वीडियो अपने सोशल मीडिया पर जारी करते हुए खाने की मात्रा और गुणवत्ता पर कई सवाल उठाए थे। तेज बहादुर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसके बाद ये खुलासा पूरे देश में चर्चा का विषय बना था और मामला कोर्ट तक पहुंचा था।
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