Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 05:22 PM IST
पाकिस्तान में सुमन बोडानी अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की पहली महिला जज बनीं। सिविल जज/जुडिशल मजिस्ट्रेट की मैरिट लिस्ट में उन्होंने ५४वां स्थान हासिल किया। सुमन ने एलएलबी की परीक्षा हैदराबाद से पास की है। इसके बाद उन्होंने लॉ में मास्टर्स की डिग्री कराची के जबिस्त यूनिवर्सिटी से हासिल की। इस मुकाम तक पहुचने के बाद सुमन गरीबों को नि:शुल्क कानूनी सहायता मुहैया कराना चाहती है।
सुमन के पिता पवन बोदानी जो पेशे से आंख के डॉक्टर है। जबकि सुमन की बड़ी बहन सॉफ्टवेयर इंजीनियर और दूसरी बहन चार्टर्ड अकाउंटेंट है। इनका परिवार सिंध प्रांत के शाहदादकोट का रहने वाला हैं। सुमन को बतौर जज नियुक किए जाने पर उनके परिवार ने इसे शानदार उपलब्धि बताया है। इस बारे में सुमन के पिता का कहना है कि “सुमन ने चुनौती भरा पेशा अपनाया है लेकिन मुझे विश्वास है कि वे ईमानदारी और कठिन परिश्रम से आगे बढ़ेगी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में हिंदू समुदाय से पहले जज के रूप में जाने-माने जस्टिस राना भगवानदास नियुक्त हुए थे। वे १९६० से १९६८ तक पाकिस्तान के चीफ जस्टिस रहे। इसके अलावा उन्होंने २००५ से २००७ तक कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला था।
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