Sunday, Jan 19, 2025 | Last Update : 05:58 PM IST
आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ७१वें स्वंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए भाषण दिया। यह रामनाथ कोविंद का राष्ट्रपति शपथ लेने के बाद पहला देश को संबोधित भाषण था। देश की आजादी को याद करते हुए उन्होंने न्यू इंडिया के प्रस्ताव को सामने रखा। साथ ही में उन्होंने कहा कि २०२२ में हमारा देश ७५ साल आजादी के लिए पूरा कर लेगा और मैं पूरी उम्मीद करता हूं,कि तब तक हम अपने इस भारत को न्यू इंडिया के रुप में देख पाएंगे।
उन्होंने अपने भाषणों के अंदर महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और सरदार पटेल के बारे में भी बातें की। चलिए जानते हैं कि उन्होंने अपने भाषण में किन-किन बातों का जिक्र किया।
रामनाथ कोविंद ने कहा कि सरकार अपनी तरफ से स्वच्छ भारत अभियान के लिए शौचालय का निर्माण हर तरफ से कर रही है। इसलिए हमारा भी सहयोग इसमे होना चाहिए। कोविंद ने कहा कि सरकार की तरफ से स्वच्छ भारत अभियान के लिए शौचालय का निर्माण हर तरफ से कर रही हैं। इसलिए हमारा भी यही फैसला होना चाहिए कि हम उस शौच का सही सम्मान करें। यह हमारे जिम्मेदारी होनी चाहिए।
भ्रष्टाचार खत्म करना सिर्फ एक की ही नहीं, बल्कि सब की जिम्मेदारी होना चाहिए। इसलिए सरकार पूरी तरह से कोशिश कर रही है कि सरकारी नियुक्तियों और सरकारी खरीद में भ्रष्टाचार ना हो।
जीएसटी के बारे में राम नाथ कोविंद ने कहा, कि जीएसटी लागू होने से हमारे बहुत सारे व्यापार, कामकाज और लेनदेन सब आसान हो जाएंगे। हम सब को टैक्स देने में गर्व महसूस करना चाहिए। ये हम सब की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
न्यू इंडिया का मतलब समझाते हुए रामनाथ कोविंद ने कहा, कि इसका मतलब है कि जहां पर हम खड़े हैं उससे आगे जाएं और कभी पीछे मुड़कर ना देखें। न्यू इंडिया वह है जहां पर हर भारतीय अपनी क्षमताओं को पूरी करने की हिम्मत रखता हो। यहां पर हर एक व्यक्ति को रोजगार मिल सके और उसका समाज और राष्ट्र के लिए अपना योगदान होना चाहिए।
न्यू इंडिया में गरीबी की कोई जगह नहीं है, साथ ही में नोटबंदी के बारे में भी कहते हुए रामनाथ कोविंद ने कहा, जब से नोटबंदी हुई है तब से ईमानदारी को बढ़ावा मिला है और साथ ही मैं उन लोगों को भी नमन करता हूं, जिन्होंने सब्सिडी का त्याग किया। मैं हर एक व्यक्ति का धन्यवाद करता हूं जो न्यू इंडिया में भाग ले रहा है और इस भारत को न्यू इंडिया में तब्दील करने के लिए अपनी हर मुमकिन कोशिश कर रहा है।
आज रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में यह सब बातें कहीं और उनका पूरा फोकस इस भारत को न्यू इंडिया में तब्दील करना था।