Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 12:03 PM IST
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को कायरता पूर्वक आतंकी हमले को अंजाम दिए जाने के बाद देश भर में बच्चे से लेकर बूढ़े तक हर कोई निंदा कर रहा है वहीं सोशल मीडिया पर इस कायराना आतंकी हमले को लेकर जनसैलाब उमड़ गया है हर कोई अपनी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दे रहा है। आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को देश नम आंखों से श्रद्धान्जली दे रहा है इस बीच समज सेवी अन्ना हजार ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
हजारे ने अपने एक सहयोगी के जरिए कहा, 'बुजुर्ग होने के कारण मैं बंदूक नहीं उठा सकता, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो मैं देश के लिए लड़ाई करने वाले अपने सैनिकों को पहुंचाने के लिए निश्चित रूप से आज भी ट्रक चला सकता हूं। गौरतलब है कि अन्ना हजारे १९६० में एक ट्रक चालक के रुप में सेना में शामिल हुए थे। १९६५ में भारत- पाकिस्तान युद्ध के दौरान वह खेमकरन सेक्टर में तैनात थे। अन्ना पुलवामा में हुए आतंकी हमले से बहुत दुखी नजर आए और हमले में शहीद हुए जवानों को अपनी श्रद्धांजलि दी।
यहां बता दें कि अन्ना हजारे आजकल किसानों की मांगों को लेकर अपने गांव में अनशन कर रहे थे और अनशन के बीच में ही उनकी तबीयत खराब हो गई जिसके कारण वो अस्पताल में भर्ती है।
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