Sunday, Nov 24, 2024 | Last Update : 06:04 AM IST
लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को बशीरहाट में भाजपा और टीएमसी के बीच हुई झड़प में ८ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में जहां आज बशीरहाट में १२ घंटे के बंद का ऐलान किया है तो वहीं पूरे बंगाल में भाजपा आज काला दिवस मना रही है और जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है।
इन सबके बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के गृह मंत्रालय की विशेष बैठक बुलाई है। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर समेत अन्य राज्यों की सुरक्षा पर चर्चा हो रही है। इसके साथ ही बंगाल में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार हिंसा को देखते हुए भी चर्चा हो रही है। आज गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। समझा जा रहा है कि वह सूबे में हिंसा पर पीएम को रिपोर्ट सौपेंगे। राज्य में टीएमसी-भाजपा के हिंसक टकराव से राज्य में पैदा हुई चिंताजनक स्थिति पर गंभीरता दिखाते हुए गृह मंत्रालय ने लोकसभा चुनाव के बाद भी हिंसा की आशंका जताते हुए एडवाइज़री जारी की थी। हालांकि, बंगाल सरकार इसे नकार रही है और कह रही है कि राज्य के हालात काबू में हैं।
बता दें कि राजनीतिक हिंसा के लिए दोनों दल एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। टीएमसी का कहना है कि बीजेपी के कार्यकर्ता उनके दफ्तरों पर कब्जा कर रहे हैं। इसके साथ ही उनके कार्यकर्ताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि कि प्रदीप मंडल, तपन मंडल, सुकांत मंडल और देवब्रत मंडल का मारा जाना इस बात का सबूत है कि किस तरह राज्य सरकार पुलिस प्रशासन के सहयोग से भाजपा कार्यकर्ताओं को मार रही है। इसके लिए ममता बनर्जी पूरी तरह जिम्मेदार हैं। लेकिन टीमएसी का कहना है कि उसके कार्यकर्ता कयूम मुल्ला का मारा जाना इस बात का सबूत है कि बीजेपी हिंसा के जरिए राज्य सरकार को बदनाम कर रही है।
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