Saturday, Jan 18, 2025 | Last Update : 07:39 AM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम दिल्ली के विज्ञान भवन में फिक्की की वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ऐसी व्यवस्था तैयार कर रही है जो ना केवल पारदर्शी बल्कि उनकी आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील है।
बैंको की घाटे वाली परिसंपत्तियों के मुद्दे पर कांग्रेस पर पीएम ने जम कर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली यूपीए सरकार ने उद्योगपतियों को बड़े कर्ज देने के लिए बाध्या किया। पीएम मोदी ने कहा कि सभी घोटालों में से बैंक से जुड़ा उनका सबसे बड़ा घोटाला था। इस दौरान उन्होंने जीएसटी और एफआरडीआई बिल को लेकर भी अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार गरीबों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने जनधन योजना, मुद्रा स्कीम का जिक्र किया। साथ ही बैंकों की माली हालत खराब होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले की सरकारों को कसूरवार ठहराया। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को लोन देने के लिए बैंकों पर दबाव बनाया गया।
पीएम मोदी ने जनधन योजना की बात करते हुए कहा कि पहले हमारी सरकार ये तय नही कर पाई थी कि कि कितने गरीबों के लिए खाता खोलने का लक्ष्य रखा जाए क्योंकि कोई डाटा मौजूद ही नहीं था। 30 करोड़ से ज्यादा लोगों ने जनधन के तहत खाते खुलवाए हैं।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा हमारी सरकार ने लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अपनी योजनाएं तैयार की हैं. ईज ऑफ लिविंग बढ़ाने को हमने प्राथमिकता दी है.उज्वला योजना के बाद फ्यूल इंफलेशन में भी काफी मात्रा में गिरावट आई है. इससे गरीब को ईंधन पर कम खर्च करना पड़ रहा है. गरीबों की समस्याओं को खत्म करने के लिए कदम उठा रहे हैं। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं और गरिबों के लिए कार्य कर रही है। जबकि पिछली सरकार अमिरों के लिए काम कर रही थी।
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