Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 07:57 PM IST
मोदी सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अब ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस (ओला-उबर) की शुरुआत की है।इसकी मदद से अब कृषि कार्य के लिए मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को कृषि कार्य के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर्स (CHCs) के जरिए मशीन मिलेंगी। इस ऐप की खास बात यह है कि यह सुविधा किसानों को उनके दरवाजे पर मिलेगी।
जानकारी केे मुताबिक कृषि मंत्रालय ने किसानों के लिए एक फॉर्म इक्विपमेंट रेंटल ऐप डेवलप किया है। इसके जरिए किसान ट्रैक्टर, रोटावेटर और अन्य कृषि उकपरण सुविधानुसार किराये पर ले सकते हैं। यह ऐप एक तरह से ओला, उबर की तरह है जो ,किसानों को कम कीमत में सुविधा प्रदान करेगी।
दरअसल, हाल ही में कृषि मंत्रालय की ओर से 'CHCs Farm Machinery'(कस्टम हायरिंग सेंटर्स) ऐप लॉन्च किया गया है। इस ऐप पर किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटर्स (CHCs) के जरिए खेती से जुड़ी मशीन मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए ३५ हजार कस्टम हायरिंग सेंटर्स देशभर में बनाए जा चुके हैं, जिनकी क्षमता २.५ लाख कृषि उपकरण सालाना किराये पर देने की है।
कैसे काम करता है ऐप
कृषि मंत्रालय का (कस्टम हायरिंग सेंटर्स (CHCs) ) ' ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते है। यह ऐप अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, नेपाली, कन्नड, मराठी, बंगाली समेत १२ अलग-अलग भाषाओं में मौजूद है।
अपनी भाषा के अनुसार आप इसे डाउनलोड कर सकते है। इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद CHC/ सर्विस प्रोवाइडर और किसान/उपयोगकर्ता दिखेंगे। इसमें किसान/उपयोगकर्ता कैटेगरी को सेलेक्टर कर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद इसमें आपको मांगी गई सभी जानकारीयां भरनी होगी। जैसे की नाम, पता और मोबाइल नंबर आदि।इसके बाद के स्टेप में डैशबोर्ड खुल जाएगा। इस डैशबोर्ड में 'कृषि यंत्र की बुकिंग' समेत सात अलग-अलग कैटेगरी है।
'कृषि यंत्र की बुकिंग' की कैटेगरी को सेलेक्ट करने के बाद एक नया पेज ओपन होगा इस पेज पर आपको कृषि यंत्र का चयन करना होगा इसमें आपको ट्रैक्टर, ट्रेलर, हैप्पी सीड, थ्रेसर समेत २५ से ज्यादा उपकरण मिलेंगे । एक बार में किसान भाई कई उपकरण का चयन कर सकते है।
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