Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 02:59 AM IST
पीएनबी में १२००० करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने वाले आरोपी मेहुल चोकसी का बयान सामने आया है। चोकसी ने बुधवार को कहा कि वह पीएनबी घोटाले के लिये जांच के घेरे में आयी किसी भी कंपनी में शामिल नहीं थे। वह उन कंपनियों से २००० में ही अलग हो गये थे। चोकसी के वकीलों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि उनके खिलाफ छापे एक पुराने दस्तावेज 'अपने ग्राहक को जानो' (केवाईसी) के आधार पर मारे गये। उन्होंने वह दस्तावेज १९९५ में पंजाब नेशनल बैंक को सौंपा था।
दिए बयान के मुताबिक ''चोकसी ने इस बात का भी जिक्र किया है कि उन्होंने कई बार केवाईसी में सुधार के लिये कहा था। उन्होंने रहा कि पीएनबी अधिकारियों ने बार बार उनके आग्रह को नजरअंदाज किया और पूराने केवाईसी दस्तावेज को अपने आरोपों का आधार बनाया। इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा था कि वह किसी भी कंपनी में भागीदार नहीं हैं जो कथित घोटाले के कारण जांच के घेरे में है।
चोकसी, २५ साल तक पीएनबी के ग्राहक रहे और एक बार भी कर्ज लौटाने में उससे चूक नहीं हुई।’चोकसी तथा उसके रिश्तेदार नीरव मोदी दोनों आभूषण दुकानों के मालिक थे और दोनों ने कथित रूप से पंजाब नेशनल बैंक के दो कर्मचारियों के साथ साठगांठ कर धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
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