आचार संहिता उल्लंघन की 'सी विजिल एप’ पर कर सकेंगे शिकायत, १०० मिनट के अंदर होगी कार्रवाई

Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 05:54 AM IST

आचार संहिता उल्लंघन की 'सी विजिल एप’ पर कर सकेंगे शिकायत, १०० मिनट के अंदर होगी कार्रवाई

लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद देश में आचार संहिता लागू की जा चुकी है। चुनाव में इस बार आचार संहिता की निगरानी सी विजिल एप के जरिए की जाएगी। इस एप के जरिए की गई शिकायत पर कार्रवाई १०० मिनट के अंदर की जाएगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव दोनों समय आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी। 
Mar 11, 2019, 1:20 pm ISTNationAazad Staff
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लोकसभा चुनाव की घोषणा की जा चुकी है। चुनाव आयुक्त सुनील अरोठा ने रविवार को १७वे लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान ७ चरणों में किया है। लोकसभा चुनाव ११ अप्रैल से लेकर १९ मई तक होंगे वहीं २३ मई को चुनाव के परिणाम की घोषणा की जाएगी।

चुनाव को सफल बनाने के लिए आचार संहिता भी लागू की जा चुकी है। इसके मद्दे नजर आचार संहिता की निगरानी सी विजिल एप के माध्यम से की जाएगी। विजिल एप को कोई भी व्यक्ति स्मार्ट फोन के जरिए प्ले स्टोर से डाउनलोड कर अपनी शिकायत कर सकता है। १०० मिनट के अंदर मामले की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि यह एप चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के साथ ही लागू किया जा चुका है। यह एप मतदान के एक दिन बाद तक काम करेगा।

यह एप जीपीएस की मदद से शिकायत करने वाले स्थान की पहचान करेगा। शिकायतकर्ता को यूनिक आइडी मिलेगी, जिससे आगे की कार्रवाई के बारे में जान सकेगा। शिकायत दर्ज होने के बाद शिकायत कंट्रोल रूम में जाएगी। फिर क्षेत्र में भ्रमण करने वाली मजिस्ट्रेटों की टीम को भेजा जाएगा। एप पर सिर्फ आचार संहिता के उल्लंघन की ही शिकायतें होंगी।

आचार संहिता के तहत अब कोई भी प्रत्याशी या पार्टी चुनाव आयोग की अनुमति लिए बिना रैली, सभा, रोड शो नहीं करेगा। या होर्डिंग-पोस्टर नहीं लगाएगा। और अगर कोई ऐसा करता है तो यह आचार संहिता का उल्लंघन होगा।

जाने क्या है आचार संहिता-

आचार संहिता नियमों की एक लिस्ट जारी करता है। इस दौरान राजनेताओं को गाइडलाइन जारी किए जाते हैं कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। इन नियमों का पालन चुनावी उम्मीदवारों को ना सिर्फ अपने भाषणों में करना होता है बल्कि सभी प्रकार के चुनावी प्रचार और यहां तक कि उनके घोषणापत्रों में भी करना होता है। आचार संहिता लागू होने के बाद अगर कोई नेता या चुनावी उम्मीदवार मतदाताओं को रिश्वत देते हुए या किसी तरह की अनैतिक कार्य करते हुए पकड़े जाते हैं तो उनके खिलाफ चुनाव आयोग कड़ी कार्रवाई सका है।

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