Tuesday, Nov 26, 2024 | Last Update : 02:29 PM IST
बंगलूरू स्थित मानवाधिकारों की निगरानी संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल के दो दफ्तरों पर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दोपहर में छापेमारी की। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत की गई है और एजेंसी दस्तावेजों की खोजबीन कर रही है।
एमनेस्टी कार्यालय में काम करने वाले एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि एमनेस्टी इंटरनेशनल के दो दफ्तरों में यह रेड गुरुवार दोपहर दो बजे शुरू हुई। इस दौरान हमारे रिसर्चर्स और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों के फोन ले लिए गए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता है कि उन्होंने छापा क्यों मारा क्योंकि हमारा कोई भी फ़ंड फ़ेमा यानी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत नहीं आता है।
वहीं इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) के नियमों का उल्लंघन किया और एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एआईआई) नाम से एक नई कंपनी के खाते में 36 करोड़ रुपए प्राप्त किए। ईडी के अनुसार, जब गृह मंत्रालय ने एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया फ़ाउंडेशन ट्रस्ट (एआईआईएफ़टी) को एफ़सीआरए 2010 के तहत इजाज़त देने से इंकार कर दिया तब उन्होंने एआईआईपीएल नाम से दूसरा रास्ता अपनाया।
...