Saturday, Jan 18, 2025 | Last Update : 07:27 AM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कलवरी पनडुब्बी का आज उद्घाटन करेंगे। ये पनडुब्बी डीजल से चलेगी। जो सत्रह सालों में पहली बार डीजल से चलने वाली पनडुब्बी है। इसकी लंबाई 67.5 मीटर है और ऊंचाई 12.3 मीटर। इसमें 360 बैटरी है जिसमें हर बैटरी का वजन 750 किलो हैं। इसमें 1250 किलोवाट के दो डीज़ल इंजन लगाए गए हैं जो बैटरी को जल्द से जल्द चार्ज करने के लिए सहायक है।
अगर इसकी स्पीड की बात करे तो वो भी काफी बेहतर है। इसकी स्पीड करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटा है। कलवरी पनडुब्बी समंदर में 50 दिन तक रह सकता हैं। पूरी तरह से ब्रांड न्यू है, ये पनडुब्बी हर लिहाज स्टेट ऑफ द आर्ट है अपनी क्लास में इसकी टक्कर का पनडुब्बी आस पास कोई नहीं हैं। इसके निर्माण में लगभग 12 लाख लोग लगे हैं।
कलवरी का नाम हिंद महासागर में पाई जाने वाली खतरनाक टाइगर शार्क के नाम रखा गया है। नौसेना की परंपरा के मुताबिक शिप और सबमरीन के सेवामुक्त होने पर उन्हें दोबारा अवतरित किया जाता है. वैसा ही कलवरी के साथ भी हुआ।
पहली कलवरी 8 दिसंबर 1967 में भारतीय नौसेना में शामिल हुई थी और यह भारत की पहली सबमरीन भी थी।इसे 31 मार्च 1996 को 30 साल की राष्ट्रसेवा के बाद भारतीय नौसेना से रिटायर किया गया।
...