Thursday, Nov 28, 2024 | Last Update : 10:12 AM IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु की गई जन-धन योजना के तहत देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने की पहल शुरु की गई जो आज की तारीख में 31 करोड़ के पार पहुंच गई है।वहीं जनधन योजना में बैंक खातों में जमा धन राशी तकरीबन 80,000 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। इस योजना का सबसे ज्यादा असर नोटबंदी के दौरान देखने को मिला।
नोटबंदी के दौरान इन खातों में मोटी रकम जमा कराई गयी थी। नवंबर 2016 के अंत में जनधन खातों में जमा रकम बढ़कर 74,000 करोड़ से अधिक हो गयी थी, जो कि उस महीने के शुरू में करीब 45,000 करोड़ रुपये थी। गौरतलब है कि उस दौरान लोगों ने बड़ी मात्रा में इन खातों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट जमा किए थे। उसके बाद मार्च 2017 से पहले इन खातों में जमा में गिरावट देखी गई।
दिसंबर 2017 में जमा बढ़कर 73,878.73 करोड़ रुपये, फरवरी 2018 में 75,572 करोड़ रुपये और मार्च महीने में बढ़कर 78,494 करोड़ रुपये हो गयी। जमा के साथ ही जनधन कार्यक्रम से जुड़ने वालों की संख्या भी बढ़ी है। केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2014 को जनधन योजना की शरुआत की थी जिसका मकसद देश के सभी परिवारों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना है।
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