Sunday, Jan 19, 2025 | Last Update : 05:36 AM IST
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद बीजेपी की मुश्किले बढ़ सकती है। लगातार पेट्रोल व डीजल के दाम में बढ़तरी के बाद गुजरात और हिमाचल सरकार ने आगामी चुनाव के दौरा तेल के दामों में थोड़ी कमी लाई थी। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेलों की कीमत फिर से बढ़ी है। जिसके बाद कई राज्यों में पेट्रोल व डीजल की कीमतों में एक बार फिर से इजाफा हो सकता है।
ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल के दाम 60 डॉलर प्रति बैरल तक हो सकते हैं। क्रूड ऑइल ट्रेड के लिए ग्लोबल बेंचमार्क कहे जाने वाले नॉर्थ सी। ब्रेंट में शुक्रवार को कच्चे तेल के दाम 59.30 डॉलर प्रति बैरल रहा। इससे पहले गुरुवार को 59.55 डॉलर प्रति बैरल था।
भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत 26 अक्टूबर को घटकर 3687.75 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि 25 अक्टूबर को यह 3699.13 रुपये प्रति बैरल थी। रुपया 26 अक्टूबर को मजबूत होकर 64.79 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जबकि 25 अक्टूबर को यह 65.14 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर था।जुलाई 2015 के बाद से कच्चे तेल का यह उच्चतम स्तर है।
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