Wednesday, Nov 27, 2024 | Last Update : 10:17 PM IST
दूरसंचार विभाग सोमवार को वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्यूलर की प्रस्तावित विलय योजना को मंजूरी दे सकता है। इस विलय के बाद यह देश की सबसे बड़ी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी बन जाएगी जिसे वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड नाम से जाना जाएगा।
विलय में शामिल होने जा रही इन दोनों कंपनियों पर इस समय कर्ज का संयुक्त बोझ 1.15 लाख करोड़ रुपये का है। बता दें कि आइडिया और वोडाफोन दोनों ने संयुक्त रुप से अपने ऑपरेशन्स को मिलाकर देश के सबसे बड़े टेलिकॉम ऑपरेटर बनने का फैसला किया है। आंकड़ों के हिसाब से नई कंपनी की संयुक्त आय 23 अरब डॉलर (1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक) होगी, जो कि मार्केट शेयर का 35 फीसद हिस्सा होगा और उसके ग्राहकों का आधार 430 मिलियन (43 करोड़) का होगा।
वर्तमान में इन दोनों कंपनियों को प्रतिस्पर्धा में नुकसान झेल रही थी। , जहां उनका मार्जिन फ्री वॉइस कॉल के कारण काफी नीचे चला गया है। जानकारी के मुताबिक विलय योजना की मंजूरी के लिए विभाग आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी आइडिया सेल्यूलर से बैंक गारंटी लेगा. इसके अलावा कंपनी को यह भी भरोसा देना होगा कि ब्रिटेन के वाडाफोन समूह की कंपनी वोडाफोन इंडिया पर आगे भी कोई देनदारी निकलती है तो उसकी जिम्मेदारी आइडिया को पूरी करनी होगी.
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