Monday, Nov 25, 2024 | Last Update : 02:25 AM IST
देहरादून के निकट ऋषिकेश के पास एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। ये घटना एक बोर्डिंग स्कूल से जुड़ी है जहां १२ वर्ष के एक छात्र को उसके सीनियर्स ने कथित रूप से पीट-पीटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं इस मामले को छुपाने के लिए स्कूल प्रबंधन ने उसके शव को कैंपस में ही दफना दिया।
बता दें कि यह घटना १० मार्च की है। उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के दखल देने के बाद यह घटना उजागर हुई। जानकारी के मुताबिक १२वीं में पढ़ने वाले दो छात्रों ने १२ वर्षीय वासु यादव(मृतक छात्र) को स्टंप और बैट से निर्ममता से पीटा और उसे वहीं छोड़कर चले गए। घायल छात्र को कई घंटों बाद उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्कूल प्रशासन ने इसके बाद बगैर पोस्टमॉर्टम कराए छात्र की लाश को स्कूल कैंपस में ही दफना दिया।
जानकारों की माने तो मृत छात्र ने एक आउटिंग के दौरान रास्ते में पड़ने वाली एक दुकान से बिस्किट चुरा लिया था जिसकी शिकायत दुकानदार ने स्कूल स्टॉफ से की । इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने दंडस्वरूप छात्रों के कैंपस से बाहर जाने पर रोक लगा दी थी ।१० मार्च को दोपहर में छात्र को उसके सीनियर छात्रों ने पकड लिया और उसकी जमकर पिटाई की । इस घटना का पता देर शाम को लगा जिसके बाद उसके अस्पताल ले जाया गया जहां छात्र को मृत घोषित कर दिया गया ।
पुलिस ने मामले में दोनों आरोपी छात्रों के विरुद्ध दफा ३०२ के तहत केस दर्ज कर लिया है, वहीं स्कूल प्रशासन के तीन कर्मचारियों हॉस्टल मैनेजर वॉर्डन और स्पोर्ट्स टीचर पर अपराध के साक्ष्य नष्ट करने के जुर्म में सेक्शन २०१ तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बता दें कि इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने २६ मार्च को बच्चे का शव खोदकर बाहर निकाला और उसकी मौत का सही कारण जानने के उद्देश्य से शव पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
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