Saturday, Jan 18, 2025 | Last Update : 07:35 AM IST
संसद पर आतंकी हमले की आज 16वीं बरसी है। 13 दिसंबर 2001 को जैशे मोहम्मद के पांच आतंकवादियों ने आज ही के दिन संसद पर हमला किया था।इस हमले में आठ सुरक्षा कर्मी भी शहीद हुए थे वहीं संसद के एक कर्मचारी की भी मौत हो गई थी।संसद भवन पर कोई आंच न आए इस लिए उन्होने अपने जान की बाजी लगा दी और सभी आतंकी को मार गिराया गया था।
गौरतलब है कि जिस वक्त इस घटना को अंजाम दिया जा रहा था उस वक्त संसद में शीतकाली सत्र चल रहा था। इस हमले के दौरान। संसद के अंदर करीबन 200 लोग मौजूद थे।इस हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, सीआरपीएफ की एक महिला कांस्टेबल और संसद के दो गार्ड भी शहीद हो गए थे।
सुबह के करीब 11 बजकर 29 मिनट पर पांच आतंकी हाथों में एके-47 लिए संसद में घुसते ही वो गोलियों की बौछार शुरु कर दी। उस समय तत्कालीन गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी अपने मंत्रियों और करीब 200 सांसदों के साथ संसद में मौजूद थे। जिस वक्त आतंकी गोलिया चला रहे थे उस वक्त कुछ सांसदों को लगा कि पटाखे छोड़े जा रहे हैं। लेकिन जल्द ही इस बात का अंदाजा सभी को हो गया था कि यह पटाखों की आवाज नहीं बल्कि आतंकियों द्वारा की जा रही फायरिंग की आवाजें थीं।
सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए सांसदों और मीडिया कर्मियों को सदन में महफूज जगह पहुंचाकर सदन का गेट बंद कर दिया। करीब 30 मिनट तक दोनों तरफ से गोलियां चलती रहीं और सारे आतंकियों को ढेर कर दिया गया।
बहरहाल इस मौके पर मोदी और राहुल के साथ ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत सत्ता व विपक्ष के कई बड़े नेता भारतीय जवानों की शहादत को सम्मान देने के लिए एक साथ खड़े नजर आए।
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