अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : भारती की प्रभावशाली महिलाएं जिन्होंने रचा इतिहास

Saturday, Dec 07, 2024 | Last Update : 10:43 PM IST

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : भारती की प्रभावशाली महिलाएं जिन्होंने रचा इतिहास

हर साल ८ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। १९०८ में पहली बार अमेरिका के न्यूयॉर्क में महिला दिवस मनाया गया था। इसके २ साल बाद यानि १९१० से इस दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का सुझाव दिया गया।
Mar 8, 2019, 2:44 pm ISTLeadersAazad Staff
Indira Gandhi
  Indira Gandhi

आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है, लेकिन एक समय था जब महिलाओं को घर से बाहर तक निकलने नहीं दिया जाता था। लेकिन कहते हैं बदलाव जरुर आता है। आज महिलाएं घर के साथ-साथ देश के विकास में भी योगदान दे रही है। आज हम इस लेख में ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है।

इंदिरा गांधी

इंदिरा गांधी  जी का जन्म १९ नवम्बर १९१७ को भारत के इलाहाबाद में रहने वाले एक कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में हुआ. इनके पिता पंडित जवाहरलाल नेहरु और माता कमला नहरु थी। इंदिरा गांधी एक ऐसी शख्सियत रही जो ना केवल भारतीय राजनीति पर छाई रहीं बल्कि विश्व राजनीति पर भी काफी प्रभावशाली रहीं। इंदिरा गांधी ने मात्र १२ साल की उम्र में देश की सेवा शुरू कर दी थी। इंदिरा गांधी को 'लौह-महिला' के नाम से भी जाना जाता है। ये भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं। सन १९६६ से १९७७ तक प्रधानमंत्री के रूप में इन्होंने कार्य किया।  

सोनिया गांधी

सोनिया गाधी का जन्म ९ दिसंबर १९४६ को लुसियाना, वेनेटो, इटली में हुआ था। इनके पिता स्टीफानो मेनो और माता- पाओला मेनो है। सोनिया गांधी एक भारतीय नेता हैं जो दुनिया की सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में आती है। सोनिया गांधी देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस की राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष हैं। सोनिया ने १९९७ में राजनीती में कदम रखा। १९९८ में सोनिया कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा बनी पति राजीव गांधी की मृत्यु के बाद कांग्रेस की बागडोर इन्होंने बखूबी तरीके से संभाली।  फोर्ब्‍स मैगजीन में सोनिया गांधी देश की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्‍ट में भी शामिल है।

सुषमा स्वराज

सुषमा स्वराज का जन्म १४ फरवरी १९५२ में अम्बाला में हुआ था।  इनके पिता श्री हरदेव शर्मा राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख सदस्य थे। ये कहना गलत नहीं होगा कि सुषमा स्वराज ने संघ और राजनीति को बचबन से ही बेहद करीब से देखा है। और शायद यही वजह है कि आज वे विदेश मंत्रालय का पदभार सम्भाल रही है।  सुषमा स्वराज को बीजेपी पार्टी में एक बड़े नेता के तौर पर देखा जाता है। सुषमा स्वराज न सिर्फ अच्छी वक्ता हैं बल्कि समय-समय पर देश के हित में लिए गए अपने बड़े फैसलों के लिए भी पहचानी जाती हैं। सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री का पद भार भी संभाल चुकी है। इन्हें ३ साल तक राज्य की सर्वोच्च वक्ता का सम्मान भी मिला है। राजनीति में आने से पहले सुषमा स्वराज ने सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के पद पर काम कर चुकी है।

किरण बेदी

किरण बेदी का जन्म ९ जून १९४९ को अमृतसर में हुआ। इनके पिता का नाम प्रकाशलाल पेशावरिया तथा माँ प्रेमलता है।  किरण बेदी एक ऐसी महिलाए है जिन्हे कई महिलाए अपनी प्रेरणा मानती हैं। किरण बेदी १९७२ में भारत की पहली महिला पुलिस आईपीएस अधिकारी हैं। इन्होंने अपने हर काम को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया है।  पुलिस सेवा के दौरान किरण बेदी ने बहुत से महत्त्वपूर्ण पद सम्भाले और कठिन काम कर दिखाए । किरण बेदी एक भारतीय राजनेता, सामाजिक कार्यकर्त्ता, भूतकालीन टेनिस खिलाडी और रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर है। लोकपाल बिल को लेकर शुरू किये गये आंदोलन में उन्होंने समाज सेवक अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के साथ कई धरनों में भी हिस्सा लिया।

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