Thursday, Oct 03, 2024 | Last Update : 06:33 PM IST
शनिवार देव को न्याय का देवता माना जाता है। यदि गलती के कारण किसी पर शनि भारी या शनि की तिरछी नजर पड़ जाए तो उस मनुष्य के सभी सुख-सुविधा नष्ट हो जाती है लेकिन अगर किसी पर शनि देव प्रसन्न हो जाए तो उसकी लाइफ में कोई दिक्कत नहीं होती है। शनिवार के दिन शनि देव की पूजा व उपासना करना लाभकारी माना जाता है।
ऐसे करें शनिदेव की आराधना
सर्प्रथम मंदिर में शनिदेव की मूर्ति के सामने काले रंग के आसन स्थापित उसपर बैठ जाएं। इसके बाद विधि पूर्वक शनिदेव की पूजा करें।
शनिवार के दिन शनि देव को सरसों के तेल से दीपक सुबह शाम जरूर जलाएं।यदि आप इस दिन व्रत करते है तो काले वस्त्र पहने इसे शनि देव प्रसन्न होते हैं। पूजा करते समय शनि आरती बोलें और पूजा के बाद राहु और केतु की पूजा भी करें।
यदि आप मंदिर या घर दोनों जगह शनिदेव की पूजा करने में सक्षम न हों तो लकड़ी की चौकी पर काला कपड़ा बिछाएं और उस पर शनिदेव की फोटो रखें, फिर उसके सामने बैठकर शनिदेव की पूजा करें।
शनिदेव की पूजा के समय यह ध्यान रखें कि आपका मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। इसके बाद शनिदेव को तेल, काले तिल, उड़द, नीले फूल, काला वस्त्र आदि शनिदेव को अर्पित करें। शनिदेव को किसी किसी चीज का भोग लगाएं। इस के बाद शनि मंत्र का 108 बार जाप करें।
शनि मंत्र का करे जांप दूर होंगे कष्ट -
ॐ सूर्यपुत्रों दीर्घदेहोविशालाक्ष: शिवप्रिय:।
मन्दचार प्रसन्नात्मा पीड़ा दहतु मे शनि:।।