फिल्म निर्देशक अमोल पालेकर को सरकार की आलोचना करना पड़ा भारी

Saturday, Dec 28, 2024 | Last Update : 01:15 AM IST


फिल्म निर्देशक अमोल पालेकर को सरकार की आलोचना करना पड़ा भारी

फिल्म निर्देशक अमोल पालेकर शनिवार को नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट कार्यक्रम में भाषण दे रहे थे और इस दौरान सरकार की आलोचना करने पर उनका भाषण बीच में ही रोका दिया गया।
Feb 11, 2019, 9:29 am ISTEntertainmentAazad Staff
Amol palikar
  Amol palikar

फिल्म निर्देशक और अभिनेता अमोल पालेकर को शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण को बीच में ही रोकना पड़ा। अमोल पालेकर नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट (एनजीएमए) कार्यक्रम की एक प्रदर्शनी के दौरान तैयार भाषण लेकर आए थे, जिसमें वह सरकार, विशेष रूप से संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे थे। इस दौरान उन्हें कार्यक्रम के आयोजकों ने बार बार टोका और कहा कि वे कार्यक्रम से संबंधित बातों पर ही बातचीत करें।

बहरहाल यह वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि अमोल पालेकर मशहूर आर्टिस्ट प्रभाकर बारवे के स्मरण में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान 'इनसाइड द इम्पटी बॉक्स' टॉपिक पर बोल रहे थे। इसी दौरान जब उन्होंने मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर के खिलाफ कुछ बातें कहना शुरू ही किया था कि उन्हें रोक दिया गया।  इसके बाद पालेकर ने इसका विरोध जताते हुए कहा कि कोई कैसे मेरा भाषण रोक सकता है जिसके बाद पालेकर अधूरा भाषण छोड़कर बैठ गए। बता दें कि इस वीडियों में अमोल पालेकर कह रहे हैं कि, 'क्या आप मुझे स्पीच बीच में खत्म करने के लिए कह रही हैं? क्या मेरे बोलने पर सेंसरशिप लगा रही हैं?'

 ऐक्टर बनने से पहले अमोल पालेकर थिएटर जगत से जुड़े रहे है। अमोल थिएटर में बतौर निर्देशक के रूप में अपनी स्थाई पहचान बना चुके है। हिंदी फ़िल्मों में उन्होंने सन १९७४ में बासु चटर्जी की फ़िल्म रजनीगंधा से एंट्री की थी।  एक अभिनेता के रूप में उन्होंने चितचोर, घरौंदा, गोलमाल मेरी बीवी की शादी, बातों-बातों में, नरम-गरम, श्रीमान-श्रीमती जैसी कई यादगार फिल्मों में काम किया।

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