श्रीलंका में महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से आज इस्?तीफा दे दिया है। विवादों में फंसे प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफा दिए जाने के बाद रानिल विक्रमसिंघे सोमवार को एक बार फिर से प्रधामंत्री पद की शपथ लेंगे। सोमवार को सपथ समाहरोह के दौरान श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के छह सांसदों सहित कुल 30 सदस्य इस दौरान शामिल होंगे।
बता दें कि सिरिसेन ने 26 अक्टूबर को विक्रमसिंघे को बर्खास्त करके पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। लेकिन संसद ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया। 26 अक्टूबर को विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाली संयुक्त सरकार से सिरिसेन के यूपीएफए गठबंधन ने समर्थन वापस ले लिया। इसकी वजह से सरकार अल्पमत में आ गई थी। श्रीलंका में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन को जोर का झटका दिया। शीर्ष अदालत की सात सदस्यीय पीठ ने एकमत से राष्ट्रपति के श्रीलंका की संसद को भंग करने और चुनाव की घोषणा के फैसले को पूरी तरह से असंवैधानिक करार दिया।
बहरहाल उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को फैसला दिया कि राजपक्षे की प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति और उनके मंत्रिमंडल के अपने पद (अस्तित्व में) पर बने रहने के विरुद्ध अपीली अदालत का आदेश बरकरार रहेगा। राजपक्षे की अपील पर उच्चतम न्यायालय में 16,17 और 18 जनवरी को सुनवाई होगी. शीर्ष अदालत ने सभी पक्षों को तीन सप्ताह के अंदर लिखित रूप से अपना पक्ष रखने को कहा।