बांग्लादेश शरणार्थी रोहिंग्या वापसी के लिए म्यांमार संकट मामले पर समझौता किया है। हालही में सैनिक कार्यवाही के दौरान लाखों रोहिंग्या मुस्लमान म्यांमार से पलायन कर शरण के लिए बागंलादेश आए थे। इससे रोहिंग्या मुसलमानों की स्वदेश वापसी का रास्ता साफ हो गया है। म्यांमा के रखाइन प्रांत में हिंसा के बाद 6 लाख से ज्यादा मुसलमानों को घर छोड़कर भागना पड़ा और इनमें से ज्यादातर बांग्लादेश में शरण लिए हुए हैं।
फिलहाल इस समझौते के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है. समझौते पर म्यांमार की राजधानी नेपीडो में अधिकारियों ने दस्तखत किए.
बांग्लादेश ने इसे 'पहला कदम' बताया है और म्यांमार ने कहा है कि वो 'रोहिंग्या मुसलमानों को जितनी जल्दी मुमकिन हो सके कि वापस लेने के लिए तैयार' है।
बता दें कि म्यांमार के रख़ाइन प्रांत में सैनिक कार्रवाई के बाद से भाग कर आए लाखों रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश के शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं। अगस्त से म्यांमार के रख़ाइन प्रांत से भागकर आए रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या क़रीब छह लाख है.