सीरिया के दौरे पर अचानक पहुंचे पर रूसी के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश से आंशिक रूप से रूसी सैनिकों की वापसी की घोषणा की दी है। मालूम हो कि रूस ने सबसे पहले 2015 में आईएसआईएस के ख़िलाफ़ जंग में शामिल होते हुए अपने सहयोगी दमिश्क के समर्थन में सैन्य शक्ति का इस्तेमाल किया था। रूस ने इस्लामिक स्टेट और अन्य जिहादियों के साथ ही सरकारी बलों से लड़ रहे विद्रोहियों पर हवाई हमले किए थे।
सीरिया के हेमिमीम एयर बेस का दौरा करने आए पुतिन ने टेलीविजन पर संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने रक्षा मंत्री और चीफ ऑफ जनरल स्टाफ को रूसी सैनिकों के समूह की उनके स्थायी बेस से वापसी शुरू करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि 'मैंने फैसला किया है कि रूसी सैनिकों की टुकड़ी का महत्वपूर्ण हिस्सा सीरिया से वापसी करे। वहीं पुतिन के इस फैसले का सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने स्वागत किया है।
इस मौके पर सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद और रुस के राष्ट्रपति एक दूसरे से मुलाकात के दौरान तस्वीरें खिंचवाई। पुतिन ने मिस्र जाते समय लताकिया प्रांत में बेस का दौरा भी किया। हालांकि ये इलाका सरकार का मजबूत गढ़ कहलाता है।