पाकिस्तान की विशेष अधिकरण ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को गिरफ्तार करने का आदेश जारी कर दिए है। बता दें कि ये फैसला कोर्ट ने देशद्रोह के एक मामले की सुनवाई के दौरान लिया है।
मार्च 2014 में देश में आपातकाल लागू करने के लिए उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा ठोका गया था। मुशर्रफ ने आपातकाल के दौरान कई वरिष्ठ न्यायाधीशों को जेल भेद दिया था और 100 से ज्यादा न्यायाधीशों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था। पेशावर हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय बैंच ने फैसला सुनाते हुए सरकार से मुशर्रफ की गिरफ्तारी और उनकी सारी संपत्ति को तुरंत जब्त करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि मुशर्रफ 2016 में पाकिस्तान छोड़कर दुबई चले गए थे, जिसके बाद मई 2016 में कोर्ट ने मुशर्फ को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
73 वर्षीय मुशर्रफ 2007 में पाकिस्तान में आपातकाल लगाने, संविधान की मान्यता रद्द करने और देशद्रोह समेत कई मामलों में आरोपी पाए गए हैं। कोर्ट ने मुशर्रफ को घोषित अपराधी करार देते हुए उनकी सभी संपत्ति जब्त करने का आदेश भी जारी किया है। साल 1999 में नवाज शरीफ की सरकार का तख्ता पलट कर मुशर्रफ ने सैन्य शासन लागू किया था।