संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या लोगों के ख़िलाफ़ हिंसा को लेकर म्यांमार के सैन्य अधिकारियों पर गैंगरेप और नरसंहार करने का आरोप लगाया है। जानकारी के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र ने रोहिग्याओं पर हो रहे अत्याचार की एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें उन्होने रोहिग्याओं पर हो रहे अत्याचार और नरसंहार का पूरा विवरण दिया है। उन्होने इस रिपोर्ट को इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट में सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की है। इस रिपोर्ट में कमांडर इन चीफ सीनियर जनरल मिन आंग हलैंग समेत छह मिलिट्री अफसरों के नाम शामिल है।
वहीं इस मामले में म्यांमार आर्मी अपने ऊपर लगाए आरोपों से लगातार इनकार कर रही है। अफसरों का कहना है कि केवल रोहिंग्या आतंकियों को निशाना बनाया गया, जो अराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी नामक आतंकी गुट से जुड़े हैं। इस गुट ने कई पुलिस चौकियों को निशाना बनाया था।
सोशल मीडिया पर बंद किए गए अकाउंट -
फेसबुक ने सोमवार को म्यांमार के सेना प्रमुख जनरल हलैंग और वहां के कई अन्य सैन्य अफसरों के अकाउंट बंद कर दिए है। फेसबुक पर उनकी ओर से नफरत भरे भाषण और फेक न्यूज पोस्ट किए जा रहे थे। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) ने सोमवार को म्यांमार आर्मी के जनरल मिन आंग हलैंग समेत अन्य आला अफसरों को फेसबुक पर नरसंहारक कहा था।
जानकारी के मुताबिक फेसबुक सैन्य अफसरों से संबंधित 18 फेसबुक अकाउंट, 52 फेसबुक पेज और एक इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक को बंद कर दिया। साथ ही, उन पर पोस्ट किया गया डेटा और कंटेंट हटा दिया गया। फेसबुक के मुताबिक, इन पेजों और अकाउंट्स को 1.20 करोड़ लोग फॉलो कर रहे थे।वहीं सोशल मीडिया कंपनी ने जानकारी दी है कि हम ऐसे लोगों को रोकना चाहते हैं, जो हमारी सेवाओं का इस्तेमाल धार्मिक और जातिवादी विवादों को भड़काने में कर रहे हैं।