ओमान की लेखिक जोका अल्हार्थी को प्रतिष्ठित मैन बुकर इंटरनैशनल पुरस्कार से नवाजा गया है। जोका अल्हार्थी को यह पुरस्कार उनकी पुस्तक सेलेस्टियल बॉडीज़ के लिए दिया गया है जिसमें एक वीरान देश में उन तीन बहनों की कहानी है जो गुलामी की जिंदगी से आधुनिक दुनिया की जटीलताओं से संघर्ष करती है।
यह पुरस्कार पाने वाली जोका अल्हार्थी अरबी भाषा की पहली लेखिका हैं। फाइनल तक पहुंची यूरोप और दक्षिण अमेरिका की ५ अन्य पुस्तकों को पछाड़ते हुए सेलेस्टियल बॉडीज़ को चुना गया। इस बुक को मार्लिन बूथ ने अनुवाद (ट्रांसलेट) किया है। पुरस्कार के साथ मिलने वाली ६४ हजार डॉलर की इनामी राशि को राइटर और ट्रांसलेटर के बीच बांटी जाएगी।
बता दें कि मैन बुकर पुरस्कार की स्थापना साल १९६९ में इंग्लैंड में बुकर मैकोनल कंपनी के द्वारा की गई थी। पहला बुकर प्राइज अलबानिया के नोबेलिस्ट को मिला था। बता दें कि इस पुरस्कार से कई भारतीयों को भी सम्मानित किया जा चुका है।