भारत ने काबुल नदी बेसिन पर डैम बनाने में अफगानिस्तान सरकार की मदद करने का फैसला किया है। हालांकि कि इस फैसले के बाद से पाकिस्तान नाखुश नजर आ रहा है और यहीं कराण है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्रों में भारत की फंडिंग वाली परियोजनाओं का विरोध किया है। पाक का कहना है कि इससे उसके यहां इन नदियों के जल प्रवाह में कमी आएगी।
वहीं भारत के डैम बनाने के फैसले के बाद नदियों के जल बंटवारे को लेकर पाकिस्तान अफगानिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। वह काबुल और इसकी सहायक नदियों के जल बंटवारे के लिए द्विपक्षीय संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए कह चुका है। हालांकि, अफगानिस्तान सरकार का इस पर सकारात्मक रुख नहीं है। बता दें कि शहतूत डैम बनाने पर करीब 30 करोड़ डॉलर यानि की लगभग 21 अरब रुपए से ज्यादा का खर्च आएगा ।
इस डैम के बनने के बाद अफगानिस्तान की राजधानी के आस-पास के इलाकों में 4,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई में मदद मिल सकेगी। इसके साथ ही काबुल के 20 लाख से अधिक लोगों तक पानी पहुंच सकेगा।