ग्वाटेमाला में ?वोल्कन डे फुगो? ज्वालामुखी में भयानक विस्फोट होने के बाद मलवे से शवों को निकाला जा रहा है जिसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक इस प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वालों की संख्या 62 पहुंच चुकी है।वहीं इस आपदा में घायलों की संख्या 50 बताई जा रही है जिसमें ज्यादा तर लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 3,271 लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया है। बता दें कि ज्वालामुखी से निकला लावा बहकर नज़दीक के गांव में पहुंचने के कारण कई घर में घुस गया जिसके कारण उनमें मौजूद लोग जल गए। बहरहाल ग्वाटेमाला सिटी का एयरपोर्ट इस ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से बंद कर दिया गया है।
रविवार को 3,763 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया जिससे आसपास के इलाकों में राख के बादल छा गये। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि पर्वत के दक्षिण छोर पर समुदायों में पीड़ितों की तलाश फिर से शुरू होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। ग्वाटेमाला की आपदा प्रबंधन एजेंसी के सर्गियो कबानास ने कहा,?? कई लोग लापता है लेकिन हमें यह नहीं पता कि कितने लोग लापता हैं। वहीं इस आपदा को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि ये आपदा साल 1974 के बाद का सबसे बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट है।