नेपाल में संसदीय और सात प्रांतीय विधानसभाओं के ऐतिहासिक चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान रविवार को संपन्न हो गया है। गौरतलब है कि नेपाल में दो चरणों में चुनाव होने है। दूसरे व अंतिम चरण का चुनाव सात दिसंबर को होगा।
गौरतलब है कि नेपाल में सितंबर 2015 में लागू हुए नए संविधान के तहत पहली बार संसदीय और विधानसभाओं के चुनाव हो रहे हैं। हालांकि नेपाल में हो रहे मतदान के बाद लोगों को उम्मीद है कि नेपाल में राजनीतिक स्थिरता आ जाएगी।
पहले चरण में 32 जिलों में 65 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जबकी 45 ज़िलों में दूसरे और अंतिम चरण के लिए 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।
प्रथम चरण में नेपाल के 32 जिलों की 37 संसदीय सीटों और प्रांतीय परिषदों की 74 सीटों के लिए 65 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। इस चरण में पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टारई और पूर्व उप प्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ समेत कुल 702 प्रत्याशी मैदान में थे।
गौरतलब है कि दो प्रमुख कम्युनिस्ट पार्टियों सीपीएन-यूएमएल और सीपीएन (माओवादी सेंटर) ने सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस के खिलाफ चुनावी गठबंधन के लिए मतदान किया है। उन्होंने चुनाव में बहुमत पाने और वामपंथी सरकार बनाने का संकल्प लिया है। नेपाली कांग्रेस ने भी कुछ चुनाव क्षेत्रों में हिंदू समर्थित राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के साथ गठबंधन किया है।