ब्रिटेन में ब्रेक्जिट का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री 'टेरेसा मे' के नेतृत्व में विश्वास प्रस्ताव डाले गए। इस दौरान उनके समर्थन में 200 कंजर्वेटिव सांसदों ने वोट किया। लेकिन 117 मत उनके खिलाफ पड़े। इन मतो से ये बात तो साफ हो जाती है कि उनका विरोध करने वालों की कोई कमी नहीं है।बहरहाल पर्याप्त विश्वास मत मिलने के बाद वह फिलहाल प्रधानमंत्री पद पर बनी रहेंगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ?टेरेसा मे? 2022 के चुनाव से पहले पद छोड़ने की योजना है। जिसकी बाद उन्होंने सभी सांसदों को बता दी है। बंद कमरे में बैठक हुई। जानकारी के लिए बता दें कि ब्रिटेन के 2016 में यूरोपीय संघ छोड़ने के फैसले के कुछ ही समय बाद टेरेसा मे (62) ने प्रधानमंत्री का पद संभाला था।
बता दें कि टेरेसा के सामने ब्रेक्जिट मामले में चुनौतियां तब शुरू हुईं जब संसद के 48 कंजर्वेटिव सदस्यों ने 1922 की समिति के समक्ष वोट मांगने के लिए पत्र प्रस्तुत किए। टेरेसा मे ने प्रधानमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद ही 2016 में यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए वोट किया था जिसकी वजह से उनकी पार्टी में काफी आलोचना भी हुई थी।