बांग्लादेश में विशेष समूहों के लिए आरक्षित नौकरियों वाली विवादित नीति के खिलाफ देश भर में हजारों छात्रों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद इसे वापस ले लिया गया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गुरुवार को संसद में घोषणा की है कि आरक्षण की प्रणाली को समाप्त कर दिया जाएगा क्यों की छात्र इसे नहीं चाहते। हालांकि उन्होने कहा कि सरकार विकलांग और पिछड़े हुए अल्पसंख्यक के लिए विषेश प्रकार की व्यवस्था करने की भी बात कही हैं। गौरतलब है कि बांग्लादेश में अभी सरकारी नौकरियों में से 56% पोस्ट आरक्षित हैं।
बता दे कि बीते दिनों बांग्लादेश में हजारों की संख्या में लोग आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लोगों पर रब्बर की गोलियां और आंसू गैस छोड़े थे। जिसके तहत 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे।
पिछले लगभग एक दशक से देश की सत्ता पर काबिज प्रधानमंत्री शेख हसीना के लिए यह सबसे बड़ा प्रदर्शन था। ढाका में प्रदर्शनकारी छात्रों ने मुख्य सड़कों को जाम कर दिया और बड़ी तादाद में ढाका विश्वविद्यालय की तरफ बढ़े। इससे राजधानी में यातायात व्यवस्था चरमरा गयी।