फीफा वल्ड कप में नॉकआउट की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकीं पनामा और ट्यूनीशिया के लिए यह प्रतिष्ठा का मुकाबला था। ट्यूनीशिया ने इसका फायदा उठाते हुए 40 साल बाद विश्व कप में जीत हासिल की। 1978 विश्व कप में आखिरी बार टयूनीशिया ने इससे पहले कोई मुकाबला जीता था।
ट्यूनीशिया के मजबूत डिफेंस के आगे पनामा टिक नहीं पाई और एक आत्मघाती गोल करने के बावजूद 2-1 से मुकाबला जीता। मैच के 41वें मिनट में ट्यूनीशिया के पास गोल करने का एक बेहतरीन मौका था।
बहरहाल ट्यूनीशिया ने भले ही मुकाबला जीता लिया है लेकिन ये टीम नॉकआउट के लिए क्वॉलिफाइ नहीं कर सकी। वहीं पनामा भी हार के साथ वर्ल्ड कप से विदा हो गया।
बता दें कि ट्यूनीशिया को ग्रुप चरण के अपने पहले मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों 1-2 से और दूसरे मुकाबले में बेल्जियम से 2-5 से हार झेलनी पड़ी थी। पनामा के लिए वर्ल्ड कप का सफर खास नहीं रहा और टीम तीनों ही ग्रुप मैचों में हारकर विदा हुई। उसे पहले मुकाबले में बेल्जियम ने 3-0 से और इंग्लैंड ने 6-1 के बड़े अंतर से मात दी।