भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को 18वें एशियाई खेलों में सोमवार को महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल मुकाबले में हार मिली. इस हार के कारण वो फाइनल में एंट्री से चूक गईं. हालांकि हार के बावजूद उन्होंने इतिहास रच दिया है. वो एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला शटलर बन गईं. इसके अलावा एशियाड में ये उनका पहला मेडल है. सायना को महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की खिलाड़ी ताई जु यिंग ने सीधे गेमों में 21-17, 21-14 से मात दी.
सायना पहले गेम की शुरुआत में वर्ल्ड नम्बर-1 खिलाड़ी यिंग के आक्रामक खेल के आगे कमजोर नजर आ रहीं थी और इस कारण वह 5-1 से पिछड़ गई. इस बीच, यिंग कुछ गलत शॉट खेल बैठीं और सायना ने इसक फायदा उठाते हुए अपना स्कोर चीनी ताइपे की खिलाड़ी के खिलाफ 10-10 से बराबर कर लिया. पिछली बार एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली यिंग ने यहां सीधे पांच अंक लेते हुए सायना को फिर एक बार 15-10 से पछाड़ दिया. इस बढ़त को बनाए रखते हुए यिंग ने पहला गेम 21-17 से जीत लिया.
दूसरे गेम में भी यिंग ने अपना दबदबा दारी रखा. यहां सायना को उनकी गलती के कारण 2-6 से पिछड़ना पड़ा. पिछली बार इंचियोन में हुए एशियाई खेलों में क्वार्टर फाइनल तक का ही सफर तय कर पाने वाली भारतीय खिलाड़ी सायना ने अच्छी वापसी की औरर स्कोर 6-6 से बराबर कर लिया. यहां से दोनों खिलाड़ियों को एक-दूसरे को बराबर की टक्कर देते देखा गया, लेकिन यिंग ने इस पर अच्छी वापसी की ओर सायना को 21-14 से हराकर फाइनल में जगह बनाई. इस हार के कारण वर्ल्ड नम्बर-1 सायना को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.