उल्लेखनीय है कि भारतीय नौकायन दल के लिए एशियाई खेलों में पांचवां दिन निराशाजनक रहा था, जिसमें वे पुरूष सिंगल स्कल्स और डबल स्कल्स जैसी स्पर्धाओं सहित चार पदकों से चूक गए। स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार दत्तू भोकानल से सबसे ज्यादा निराशा हुई क्योंकि सिंगल स्कल्स फाइनल में छठे और अंतिम स्थान प्राप्त किया। डबल स्कल्स में और भी निराशा हाथ लगी जिसमें स्वर्ण सिंह और ओम प्रकाश स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
नौकायन (रोइंग) स्पर्धा से पहला गोल्ड मेडल हासिल हुआ. स्वर्ण सिंह, भोनाकल दत्तू, ओम प्रकाश और सुखमीत सिह की टीम ने नौकायन में पुरुषों की क्वाड्रपल स्कल्स टीम स्पर्धा का स्वर्ण अपने नाम किया. भारतीय टीम ने फाइनल में 6 मिनट और 17.13 सेकेंड का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने भारत की झोली में गिरा छठा स्वर्ण पदक है. इस स्पर्धा का रजत पदक इंडोनेशिया और कांस्य पदक थाईलैंड ने जीता. इसी स्पर्धा में भारत को शुक्रवार को दो कांस्य पदक भी हासिल हुए हैं।
भारतीय रोअर दुष्यंत चौहान ने पुरूष लाइटवेट सिंगल स्कल्स में ब्रॉन्ज हासिल करके एशियाई खेलों के छठे दिन की शुरुआत की है. अबतक भारत के खाते में 19 मेडल आ चुके हैं, जिनमें 4 गोल्ड, 4 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज शामिल है. रोइंग का भारत में यह पहला मेडल है. यहां चर्चा कर दें कि एशियाई खेलों में भाग ले रहे 34 भारतीय रोअर्स में से 33 सेना के हैं।
इससे पहले दुष्यंत ने लाइटवेट एकल स्कल्स स्पर्धा के फाइनल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर दिन की शुरुआत की थी. दुष्यंत चौहान के बाद रोहित कुमार और भगवान सिंह की जोड़ी ने यहां पुरुषों की लाइटवेट युगल स्कल्स स्पर्धा के फाइनल में गोल्ड मेडल जीता था. अब भारत के खाते में 21 मेडल हो गए हैं, जिनमें 5 गोल्ड, 4 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज शामिल है। भारत को स्कल्स स्पर्धा में छठे दिन दो ब्रॉन्ज और एक गोल्ड मेडल हासिल हुए हैं।