आज दुनिया भर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। इसका मकसद दुनिया भर में हिंदी का प्रचार-प्रसार करना है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिंदी के लिए अनूठे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
हिंदी फारसी भाषा का शब्द है। हिंदी भारत की राजभाषा है। हिंदी दुनियां की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा में से एक है। हिंदी को पसिफिक आइलैंड के देश फिजी में राजभाषा का दर्जा दिया गया है। दुनिया भर में 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है।
यहां बोली जाती है हिंदी भाषा - पाकिस्?तान, नेपाल, बांग्?लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्?यूजीलैंड, संयुक्?त अरब अमीरात, युगांडा, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद, मॉरिशस और साउथ अफ्रीका समेत कई देशों में हिंदी बोली जाती है।
विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 10 जनवरी, 1975 से नागपुर विश्व हिंदी सम्मेलन के साथ हुई थी। 1975 में विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। इस दौरान 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा 2006 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा की गई थी। साल 1975 के बाद से विश्व सम्मेलन का आयोजन अलग-अलग देशों जैसे भारत, मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद, संयुक्त राज्य अमेरिका आदि में किया गया।
विश्व हिंदी दिवस और राष्ट्रीय हिंदी दिवस में अंतर
विश्व हिंदी दिवस और राष्ट्रीय हिंदी दिवस अलग-अलग हैं। राष्ट्रीय हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। दरअसल 14 सितंबर, 1949 को भारत के संविधान ने हिंदी को राजभाषा घोषित किया। उसी की याद में राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है। दूसरी ओर विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस में कार्यक्रमों का आयोजन वैश्विक स्तर पर होता है जबकि राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन देश के अंदर ही होता है।