हर साल ८ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कब हुई। अगर नहीं तो आज हम आपको इस लेख में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से जुड़ी कुछ जानकारियां देने जा रहे है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत साल १९०८ में की गई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करने के साथ साथ महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों को प्रकट करना है।
साल १०९८ में लगभग १५ हज़ार औरतों ने न्यूयॉर्क शहर में मार्च निकालकर नौकरी में कम घंटों की मांग की थी। इसके साथ ही महिलाओं ने बेहतर वेतन और पुरुषों की तरह उन्हें भी मतदान करने का अधिकार से जुड़े कुछ मुद्दों की मांग की थी। जिसके बाद साल १९०९ में यूनाइटेड स्टेट्स में पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस २८ फरवरी को मनाया गया था।
अब आप ये सोच रहें होंगे कि ८ मार्च को ही अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस क्यों मनाया जाता है तो इसके पिछे भी एक इतिहास जुड़ा हुआ है। १९१७ में युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने 'ब्रेड एंड पीस' (यानी खाना और शांति) की मांग की। महिलाओं की हड़ताल ने वहां के सम्राट निकोलस को पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया और अंतरिम सरकार ने महिलाओं को मतदान का अधिकार दे दिया। उस समय रूस में जूलियन कैलेंडर का प्रयोग होता था। जिस दिन महिलाओं ने यह हड़ताल शुरू की थी वो तारीख़ २३ फरवरी थी। ग्रेगेरियन कैलेंडर में यह दिन ८ मार्च था और उसी के बाद से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ८ मार्च को मनाया जाने लगा।
क्या आप जानके है कि अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस भी मनाया जाता है ये दिन १९ नवंबर को मनाया जाता है। हालांकि इस दिन को मनाने की मान्याता संयुक्त राष्ट्र की और से नहीं दी गई जिसके कारण ये दिन दुनियाभर में नहीं मनाया जाता हालांकि इस दिन को ६० से अधिक देश मनाते है।