जम्मू-कश्मीर में पहली बार राज्यपाल शासन मार्च 1977 में लागू किया गया था -
जम्मू-कश्मीर में पहली बार राज्यपाल शासन तब लगा जब कांग्रेस ने नेशनल कांफ्रेंस से अपना समर्थन वापस ले लिया था। इस दौरान राज्य में 105 दिनों तक राज्यपाल शासन चला। इन 105 दिनों तक राज्य की कमान राज्यपाल एलके झा के पास रही।
मार्च 1986 दूसरा बार राज्यपाल शासन लागू किया गया
इस दौरान कानून बिगढ़ती देख कांग्रेस ने अपनी सहयोगी पार्टी नेशनल कांफेंस से समर्थन वापस लिया था। राज्यपाल शासन जम्मू-कश्मीर में 264 दिनों तक चला। उस समय राज्यपाल जगमोहन थे।
1990 में तीसरी बार लागू किया गया राज्यपाल शासन-
सन 1990 में कश्मीर में हिंसा की स्थिती लगातार बढ़ती जा रही थी। राज्य में कट्टरता और आतंकवाद तेजी से फैल रहा था। इतना ही नहीं कश्मीरी पंडितों पर हमले किए जा रहे थे।इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला थे जिन्होने अपना इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद राज्य में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया।
2002 में लागू किया गया राज्यपाल शासन -
ये काफी कम समय के लिए लागू किया गया था।
जब अमरनाथ यात्रा पर हुआ विवाद और लगा राज्य में 5वीं बार राज्यपाल शासन-
राज्यपाल शासन जुलाई 2008 से लेकर जनवरी 2009 तक चला।यह शासन 178 दिन तक चला। तब राज्य की कमान एनएन वोहरा के हाथों में रही।
2014 में लगा राज्यपाल शासन-
2014 में चुनाव के दौरान जब किसी भी पार्टी को समर्थ नहीं मिल सका तब एक बार फिर से यहां राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया।
2016 में मुख्यमंत्री मुफ्ती सईद की मौत लागू किया गया राज्यपाल शासन-
2016 में राज्य के मुख्यमंत्री मुफ्ती सईद की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद राज्यपाल शासन लगा दिया गया। उस वक्त राज्य की सत्ता एनएन वोहरा के हाथों में रही।