हिंदी के विस्तार और प्रसार के लिए ना जाने कितने महापुरूषों ने इसकी वकालत की और इसको आगे बढ़ाया। एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में करीब 60 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं। हिंदी भाषा केवल भारत में ही नहीं बल्कि देश के बाहर पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में भी बोली और समझी जाती है। आज हम आपको हिंदी से जुड़ी कुछ ऐसी रोचक बातें बताने जा रहे है जो आप शायद ही जानते हों...
1. हिंदी दिवस की शुरुआत भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने की थी।
2. 14 सितंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया था। तभी से हिंदी दिवस मनाया जाता है।
3.1805 में प्रकाशित लल्लू लाल द्वारा लिखित श्रीकृष्ण पर आधारित किताब प्रेम सागर को हिन्दी में लिखी गई पहली किताब माना जाता है।
4. आज 100 सालों के बाद भी हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिला है। वो आज भी राजभाषा ही है। 1918 में महात्मा गांधी ने मांग की थी राष्ट्रभाषा बनाने की।
5. इतिहासकारों का तर्क है कि सत्ता में आसीन लोगों और जाति-भाषा के नाम पर राजनीति करने वालों ने कभी हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनने नहीं दिया।
6. भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ ही राजभाषा नीति भी लागू कर दी गई।
7. स्वतंत्रता के लिये चले हिंसक-अहिंसक सभी आंदोलनों का माध्यम हिन्दी ही रहा। आज विश्व की सर्वाधिक प्रचलित भाषाओं में हिन्दी का दूसरा स्थान है।
8. इतिहासकारों का तर्क है कि देश को स्वतंत्र कराने वाले लोग अंग्रेजी भाषा से अनभिज्ञ थे। इनकी संख्या करोड़ों में थी। ये स्वाधीनता सेनानी, क्रांतिकारी अपनी क्षेत्रीय भाषा के साथ साथ हिन्दी भाषा के ज्ञाता थे।
9.दुनिया के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है। जिसमें से 45 विश्वविघालयों अमेरिका के है। इतना ही नहीं विदेश में 25 से ज्यादा पत्र-पत्रिकाएं रोज हिंदी में प्रकाशित की जाती है।
10. भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले देश - संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983, मॉरीशस में 685,170, दक्षिण अफ्रीका में 890,292, यमन में 232,760, युगांडा में 147,000, सिंगापुर में 5,000, नेपाल में करीब 8 लाख, न्यूजीलैंड में 20,000, जर्मनी में 30,000 लोगों को हिंदी आती हैं।